किसकी शरण में जाऊं अशरण शरण लिरिक्स Kiski Sharan Me Jau Asharan Lyrics

किसकी शरण में जाऊं अशरण शरण लिरिक्स Kiski Sharan Me Jau Asharan Lyrics

 
किसकी शरण में जाऊं अशरण शरण लिरिक्स Kiski Sharan Me Jau Asharan Lyrics

किसकी शरण में जाऊं अशरण शरण तुम्ही हो
गज ग्राह से छुड़ाया प्रह्लाद को बचाया
द्रोपदी का पट बढ़ाया निर्बल के बल तुम्ही हो

अति दीन था सुदामा आया तुम्हारे धामा
धनपति उसे बनाया निर्धन के धन तुम्ही हो

तारा सदन कसाई अजामिल की गति बनाई
गणिका सुपुर पठाई पातक हरण तुम्ही हो

मुझको तो हे बिहारी आशा है बस तुम्हारी
काहे सुरति बिसारी मेरे तो एक तुम्ही हो

Kisakee Sharan Mein Jaoon Asharan Sharan Tumhee Ho
Gaj Graah Se Chhudaaya Prahlaad Ko Bachaaya
Dropadee Ka Pat Badhaaya Nirbal Ke Bal Tumhee Ho

Ati Deen Tha Sudaama Aaya Tumhaare Dhaama
Dhanapati Use Banaaya Nirdhan Ke Dhan Tumhee Ho

Taara Sadan Kasaee Ajaamil Kee Gati Banaee
Ganika Supur Pathaee Paatak Haran Tumhee Ho

Mujhako To He Bihaaree Aasha Hai Bas Tumhaaree
Kaahe Surati Bisaaree Mere To Ek Tumhee Ho

किसकी शरण में जाऊं अशरण शरण तुम्ही हो ॥
गज ग्राह से छुड़ाया प्रह्लाद को बचाया
द्रोपदी का पट बढ़ाया निर्बल के बल तुम्ही हो ॥

किसकी शरण में जाऊं अशरण शरण तुम्ही हो / बलराम "मानस" हृदय को छूने वाली भजन

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