हरि जी मोरी लागी लगन मत तोडना भजन
लागी लगन मत तोडना प्यारे ॥
हरि जी मोरी लागी लगन मत तोडना,
प्रभु जी मोरी लागी लगन मत तोडना ॥१॥
खेती बुआई मैंने तेरे नाम की,
मेरे भरोसे मत छोड़ना प्यारे ॥
हरि जी मोरी लागी लगन मत तोडना,
प्रभु जी मोरी लागी लगन मत तोडना ॥२॥
जल है गहरा, नाव पुरानी,
बीच भँवर मत छोड़ना प्यारे ॥
हरि जी मोरी लागी लगन मत तोडना,
प्रभु जी मोरी लागी लगन मत तोडना ॥३॥
तू ही मेरा सेठ है, तू ही साहूकार है,
ब्याज पे ब्याज मत जोड़ना प्यारे ॥
हरि जी मोरी लागी लगन मत तोडना,
प्रभु जी मोरी लागी लगन मत तोडना ॥४॥
हरि जी! मोरी लागी लगन मत तोडना,
लागी लगन मत तोडना प्यारे ॥
हरि जी मोरी लागी लगन मत तोडना,
प्रभु जी मोरी लागी लगन मत तोडना ॥५॥
Hari Ji Mori Laagi Lagan [Full Song] Braj Ras Yamuna
Hari Jee Moree Laagee Lagan Mat Todana
Laagi Meree Laagee Lagan Mat Todana Pyaare
Pyaare Laagee Lagan Mat Todana Pyaare
Hari Jee Meree Laagee Lagan Mat Todana
Prabhu Jee Meree Laagi Lagan Mat Todana
भक्त का हृदय जब हरि के प्रति लगन से भर जाता है, तब वह उनके चरणों में पूर्ण समर्पण के साथ अपनी जीवन-नौका को सौंप देता है। यह लगन एक ऐसी अटूट डोर है, जो भक्त को संसार के गहरे जल और भवसागर के भँवर से पार ले जाती है। भक्त ने अपने जीवन की खेती हरि के नाम पर बोई है, जिसमें उसका विश्वास, भक्ति और श्रद्धा का बीज है। वह प्रभु से यही प्रार्थना करता है कि इस विश्वास को कभी न टूटने दें, क्योंकि हरि ही उसका एकमात्र सहारा हैं। जीवन की नाव पुरानी हो, संसार का सागर गहरा हो, और बीच भँवर में खतरे हों, फिर भी भक्त का विश्वास हरि की कृपा पर अडिग रहता है। वह हरि से प्रार्थना करता है कि इस लगन की डोर को मजबूत रखें, ताकि वह भवसागर को पार कर उनके चरणों तक पहुँच सके।
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
- मेरी डूबी कश्ती को सहारा ना मिलता
- मेरे उठे विरह की पीर सखी वृन्दावन जाउंगी
- सांवरिया है सेठ म्हारी राधा जी सेठानी है
|
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें। |
