पा लागूँ कर जोरी श्याम मोते भजन
पा लागूँ कर जोरी
श्याम मोते खेलौ न होरी
गौएं चरायन को निकली हूँ
सास ननद की चोरी
चुनरी मोरी रंग में न बोरो
इतनी अरज सुनो मोरी
करौ न बहियाँ झकझोरी
छीन-छपट मोरे हाथ से गागर,
जोर ते बहियाँ मरोरी
दिल धड़कत है सांस चढ़ते है
देह कंपति सब मोरी
दुख नहिं जात कहौ री
अबीर गुलाल लपेटि गयौ मुखसे
सारी सुरंग रंग बोरी
सासु हजारन गारी दइहै
बालम जियत न छोरी
हृदय आतंक छयौ री
फाग खेल कै तैनें रे मोहन
कीनी का गति मोरी
सूरदास मोहन छबि लखिकै
अति आनन्द भयौ री
सदा उर बास करौ री
श्याम मोते खेलौ न होरी
गौएं चरायन को निकली हूँ
सास ननद की चोरी
चुनरी मोरी रंग में न बोरो
इतनी अरज सुनो मोरी
करौ न बहियाँ झकझोरी
छीन-छपट मोरे हाथ से गागर,
जोर ते बहियाँ मरोरी
दिल धड़कत है सांस चढ़ते है
देह कंपति सब मोरी
दुख नहिं जात कहौ री
अबीर गुलाल लपेटि गयौ मुखसे
सारी सुरंग रंग बोरी
सासु हजारन गारी दइहै
बालम जियत न छोरी
हृदय आतंक छयौ री
फाग खेल कै तैनें रे मोहन
कीनी का गति मोरी
सूरदास मोहन छबि लखिकै
अति आनन्द भयौ री
सदा उर बास करौ री
Classical Kumauni Holi(Lucknow 2019)-"पॉ लागू गर जोरी, श्याम मोसे खेलो न होली" श्री ख्याली राम लोहनी
Pa Laagoon Kar Joree
Shyaam Mote Khelau Na Horee
Gauen Charaayan Ko Nikalee Hoon
Saas Nanad Kee Choree
Chunaree Moree Rang Mein Na Boro
Itanee Araj Suno Moree
Karau Na Bahiyaan Jhakajhoree
Shyaam Mote Khelau Na Horee
Gauen Charaayan Ko Nikalee Hoon
Saas Nanad Kee Choree
Chunaree Moree Rang Mein Na Boro
Itanee Araj Suno Moree
Karau Na Bahiyaan Jhakajhoree
जीवन की आपाधापी और सामाजिक बंधनों के बीच मनुष्य का मन उस परम सत्ता के प्रति एक अनोखा लगाव अनुभव करता है, जो प्रेम और करुणा का स्रोत है। यह लगाव केवल बाहरी रीतियों तक सीमित नहीं, बल्कि हृदय की गहराइयों से उपजने वाली वह पुकार है, जो उस अनंत शक्ति के सामने अपनी व्यथा और समर्पण रखती है। मनुष्य जब संसार के दायित्वों और अपेक्षाओं के बोझ तले दबता है, तब वह उस दैवीय शक्ति की शरण में जाता है, जो उसे अपने प्रेममय खेल में शामिल कर लेती है। इस खेल में वह अपने दुखों और भयों को भूलकर एक अलौकिक आनंद की अनुभूति करता है, जहां न तो सामाजिक नियमों का बंधन रहता है और न ही मन की व्याकुलता। यह समर्पण उसे उस शक्ति के और करीब ले जाता है, जो उसके हृदय में सदा के लिए निवास करती है।
