सुन ले नखराली गौरी बाबा रामदेव जी केडीजे सोंग्स
सुन ए गौरी
नाराज क्यों होरी
तू क्यों इतरावे
खड़ी खड़ी
ले चाले तो ले चालू
धुकालाऊ बाबो राम धनी
मरुधर री धरती रे माय
बापजी रो मंदिर बन्यो है भारी
जो सांचा मन सु सुमिरे
अर्जी सुन वे जा ताई
पीरा का पीर है
सुगना रो बीर है
तन बात बताऊ
खरी खरी
ले चाले तो ले चालू
धुकालाऊ बाबो राम धनी
सुन ए गौरी
नाराज क्यों होरी
तू क्यों इतरावे
खड़ी खड़ी
ले चाले तो ले चालू
धुकालाऊ बाबो राम धनी
अजमल जी रो लाल
मेहर घनी बरसावे
दुनिया का हर सुख
मिल जावे
जो दर पर शीश नवावे
दातार निरालो
मेनादे रो लालो
दातार निरालो
मेनादे रो लालो
झोली रेवे भरी भरी
ले चाले तो ले चालू
धुकालाऊ बाबो राम धनी
सुन ए गौरी
नाराज क्यों होरी
तू क्यों इतरावे
खड़ी खड़ी
ले चाले तो ले चालू
धुकालाऊ बाबो राम धनी आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं