चुनरी सितारों वाली ये कमाल कर गई भजन
चुनरी सितारों वाली ये कमाल कर गई भजन
(मुखड़ा)
चुनरी सितारों वाली ये,
कमाल कर गई,
भक्तों को माँ की चुनरी ये,
निहाल कर गई।।
(अंतरा 1)
उड़ उड़ के चुनर पहुँच गई,
ब्रह्मा जी के धाम,
ब्रह्माणी ने ली हाथ चुनर,
माँ की अपने थाम,
ब्रह्माणी ने ओढ़ी चुनर,
कमाल कर गई,
भक्तों को माँ की चुनरी ये,
निहाल कर गई।।
(अंतरा 2)
उड़ उड़ के चुनर पहुँच गई,
विष्णु लोक में,
माँ लक्ष्मी ने थाम लई,
चुनर हाथ में,
लक्ष्मी ने ओढ़ी चुनर ये,
कमाल कर गई,
भक्तों को माँ की चुनरी ये,
निहाल कर गई।।
(अंतरा 3)
उड़ उड़ के चुनर पहुँच गई,
कैलाश पे,
उड़के चुनरिया पहुँची,
गौरा माँ के हाथ में,
गौरा पे साजी चुनरी ये,
कमाल कर गई,
भक्तों को माँ की चुनरी ये,
निहाल कर गई।।
(अंतरा 4)
उड़ उड़ के चुनर पहुँच गई,
अयोध्या के धाम,
पहुंची जहाँ पे बैठे,
सीता माँ के संग राम,
सीता श्रृंगार में चुनर,
कमाल कर गई,
भक्तों को माँ की चुनरी ये,
निहाल कर गई।।
(अंतरा 5)
बरसाने उड़ के पहुँच गई,
चुनरी मात की,
राधे ने चुनर मात की,
थी हाथ थाम ली,
राधे पहनी चुनर ये,
कमाल कर गई,
भक्तों को माँ की चुनरी ये,
निहाल कर गई।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
चुनरी सितारों वाली ये,
कमाल कर गई,
भक्तों को माँ की चुनरी ये,
निहाल कर गई।।
चुनरी सितारों वाली ये,
कमाल कर गई,
भक्तों को माँ की चुनरी ये,
निहाल कर गई।।
(अंतरा 1)
उड़ उड़ के चुनर पहुँच गई,
ब्रह्मा जी के धाम,
ब्रह्माणी ने ली हाथ चुनर,
माँ की अपने थाम,
ब्रह्माणी ने ओढ़ी चुनर,
कमाल कर गई,
भक्तों को माँ की चुनरी ये,
निहाल कर गई।।
(अंतरा 2)
उड़ उड़ के चुनर पहुँच गई,
विष्णु लोक में,
माँ लक्ष्मी ने थाम लई,
चुनर हाथ में,
लक्ष्मी ने ओढ़ी चुनर ये,
कमाल कर गई,
भक्तों को माँ की चुनरी ये,
निहाल कर गई।।
(अंतरा 3)
उड़ उड़ के चुनर पहुँच गई,
कैलाश पे,
उड़के चुनरिया पहुँची,
गौरा माँ के हाथ में,
गौरा पे साजी चुनरी ये,
कमाल कर गई,
भक्तों को माँ की चुनरी ये,
निहाल कर गई।।
(अंतरा 4)
उड़ उड़ के चुनर पहुँच गई,
अयोध्या के धाम,
पहुंची जहाँ पे बैठे,
सीता माँ के संग राम,
सीता श्रृंगार में चुनर,
कमाल कर गई,
भक्तों को माँ की चुनरी ये,
निहाल कर गई।।
(अंतरा 5)
बरसाने उड़ के पहुँच गई,
चुनरी मात की,
राधे ने चुनर मात की,
थी हाथ थाम ली,
राधे पहनी चुनर ये,
कमाल कर गई,
भक्तों को माँ की चुनरी ये,
निहाल कर गई।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
चुनरी सितारों वाली ये,
कमाल कर गई,
भक्तों को माँ की चुनरी ये,
निहाल कर गई।।
नवरात्रि स्पेशल || नवरात्रि अम्बे रानी का बहुत प्यारा भजन || चुनरी सितारों वाली कमाल कर गयी