खाटू वाले श्याम तेरा है सारा जग दीवाना
खाटू वाले श्याम तेरा है सारा जग दीवाना भजन
खाटू वाले श्याम तेरा, है सारा जग दीवाना,
तेरा नाम जपे दुनिया, तू ऐसी किरपा बरसाना,
जिस ने भी तुझको जाना, वो हो गया दीवाना,
जिस ने भी तुझको जाना, वो हो गया दीवाना,
तेरे दर पे आके बाबा है झुकता सारा ज़माना,
तेरे हीकरम से यहाँ होता मेरा नजराना,
तेरा नाम जपे दुनिया, तू ऐसी किरपा बरसाना,
खाटू वाले श्याम तेरा है सारा जग दीवाना,
मैंने जिंगदी में हर पल तेरा नाम ही पुकारा,
मैंने जिंगदी में हर पल तेरा नाम ही पुकारा,
मेरा हाथ थामें रखना मेरा श्याम तू ही सहारा,
खाटू वाले श्याम तेरी महिमा को है जाना ,
तेरा नाम जपे दुनिया, तू ऐसी किरपा बरसाना,
खाटू वाले श्याम तेरा है सारा जग दीवाना,
तू ही मेरी है होली तू ही मेरी दिवाली,
तेरी शरण में आई है तेरे नाम पे दिवाली,
कृष्णा तू ही श्याम तू ही, सब पे किरपा बरसाना,
तेरा नाम जपे दुनिया, तू ऐसी किरपा बरसाना,
खाटू वाले श्याम तेरा है सारा जग दीवाना,
खाटू वाले श्याम तेरा है सारा जग दीवाना | Khatu Wale Shyam Tera Hai Sara Jag Deewana | Deepali Yadav
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Song: Khatu Wale Shyam Tera Hai Sara Jag Deewana
Singer: Deepali Yadav (8982719779)
Lyricist: Shri Girish Vishwakarma, Krishna Vishwakarma
Recording: Ashwin Kumar
Studio: A.K. Studio
Category: Shyam Bhajan (Hindi Bhajan)
Producers: Amresh Bahadur, Ramit Mathur
Label: Yuki
यह भक्ति भजन खाटू श्याम (भगवान कृष्ण के एक रूप) की महिमा और उनके प्रति भक्त की अटूट श्रद्धा का सुन्दर चित्रंण है, जो कोई भी श्याम को जान लेता है, वह उनका दीवाना हो जाता है, और उनके दरबार में सारा संसार झुकता है। श्याम की कृपा से ही भक्त का जीवन निखरता है और वह अपना नजराना (भेंट) उनके चरणों में अर्पित करता है। भक्त ने अपनी जिंदगी में हर पल श्याम का नाम जपा और उन्हें अपना एकमात्र सहारा माना। श्याम के लिए हर त्योहार—होली, दीवाली—उनकी भक्ति में रंगा है। श्याम उसका हाथ थामे रखें और अपनी कृपा बरसाते रहें।
खाटू वाले श्याम, जिनका असली नाम बर्बरीक था, महाभारत में भीम पुत्र घटोत्कच के पुत्र माने जाते हैं। वे अपनी महान भक्ति, बलिदान और श्रीकृष्ण के वरदान के कारण आज संपूर्ण भारत में 'कलियुग के श्रीकृष्ण' अथवा 'हारे का सहारा' के नाम से पूजे जाते हैं। कथा के अनुसार, बर्बरीक ने महाभारत युद्ध में भाग लेने से पूर्व अपनी तलवार और शक्ति श्रीकृष्ण को समर्पित कर, शीशदान कर दिया—इस महान त्याग और समर्पण से प्रसन्न होकर श्रीकृष्ण ने उन्हें वरदान दिया कि कलियुग में वे 'श्याम' के नाम से पूजे जाएंगे और भक्तों के संकट हरेंगे।
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