माना के है भव गहरा, कठिन उसका सफर है, जब साथ में है श्याम तो, किस बात का डर है, जब से लगी है दिल को मेरे श्याम की लगन , जब से लगी है दिल को मेरे श्याम की लगन , अब से मेरी आँखों में बसा खाटू नगर है, जब साथ में है श्याम तो, किस बात का डर है,
जब साथ में है श्याम तो किस बात का डर है भजन
माना के है भव गहरा, कठिन उसका सफर है,
जब साथ में है श्याम तो, किस बात का डर है,
जब से लगी है दिल को मेरे श्याम की लगन ,
जब से लगी है दिल को मेरे श्याम की लगन ,
अब से मेरी आँखों में बसा खाटू नगर है,
जब साथ में है श्याम तो, किस बात का डर है,
क्या चीज बंदगी है पता तब चला मुझे,
क्या चीज बंदगी है पता तब चला मुझे,
श्री श्याम की चौखट पे झुका जब मेरा सिर है,
जब साथ में है श्याम तो, किस बात का डर है,
वो दानी है वरदानी दयालु है कृपालु,
वो दानी है वरदानी दयालु है कृपालु,
जो माँगने वाले हैं उन्हें इसकी खबर है,
जब साथ में है श्याम तो, किस बात का डर है,
Khatu Shyam Ji Bhajan Lyrics in Hindi
जब साथ में है श्याम तो, किस बात का डर है,
भावपूर्ण श्याम भजन - जब साथ में है श्याम तो किस बात का दर है Shyam Bhajan by Sonu Rajasthani
maana ke hai bhav gahara, kathin usaka saphar hai,
jab saath mein shyaam to, kis baat ka dar hai,
jab se lagee hai dil ko mere shyaam kee lagan ,
jab se lagee hai dil ko mere shyaam kee lagan ,
ab se meree aankhon mein basa khaatoo nagar hai,
jab saath mein shyaam to, kis baat ka dar hai,
kya cheej bandagee hai pata tab chala mujhe,
kya cheej bandagee hai pata tab chala mujhe,
shree shyaam kee chaukhat pe jhuka jab mera sir hai,