क्या पानी में मल मल न्हावै लिरिक्स Kya Pani Me Mal Mal Nhave Lyrics

क्या पानी में मल मल न्हावै लिरिक्स Kya Pani Me Mal Mal Nhave Lyrics Devotional Bhajan Lyrics in Hindi by Anup Jalota

 
क्या पानी में मल मल न्हावै लिरिक्स Kya Pani Me Mal Mal Nhave Lyrics

माला फेरत जुग भया, फिरा न मन का फेर,
कर का मनका डार दे, मन का मनका फेर
राग: जंगला ताल
क्या पानी में मल मल न्हावै
मन को मैल उतार पियारे,
हाड़ माँस की देह बनी है
झरे सदा नवद्वार पियारे ।। १।।
क्या पानी में मल मल न्हावै
मन को मैल उतार पियारे,

पाप कर्म तन के नहिं छोड़े
कैसे होय सुधार पियारे ।।२।।
क्या पानी में मल मल न्हावै
मन को मैल उतार पियारे,

सत संगत तीरथ जल निर्मल
नित उठ गोता मार पियारे ।।३।।
क्या पानी•
ब्रह्मानंद भजन कर हरि का
जो चाहे निस्तार पियारे ।।४।।
क्या पानी में मल मल न्हावै
मन को मैल उतार पियारे,



Kyun Pani mein mal mal nahaye | Anoop Jalota
 
Title : kya pani me mal mal bhave
Raag: jangal taal
Kya pani me mal mal bhave
Man ko mail utar piyare,
Had mans ki deh bani hai
Jhare sada nav dwar piyare ||1||
Kya pani me mal mal bhave
Man ko mail utar piyare,
Pap karm tan k nahi chhode
Kaise hoy sudhar piyare ||2||
Kya pani me mal mal bhave
Man ko mail utar piyare,
Sat sangat teerath jal nirmal
Nit uth gota mar piyare| ||3||
Kya pani me mal mal bhave
Man ko mail utar piyare,
Brahmanand bhajan kar hari ka
Jo chahe nistar piyare ||4||
Kya pani me mal mal bhave
Man ko mail utar piyare,

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