(मुखड़ा) मैंने सब कुछ पाया दाती, तेरा दर्शन पाना बाकी है, मेरे घर में कोई कमी नहीं, बस तेरा आना बाकी है, मैंने सब कुछ पाया दाती, तेरा दर्शन पाना बाकी है।।
(अंतरा) जो मेरे घर में आओ माँ, मेरा घर तीर्थ बन जाएगा, मैं भी तर जाऊँगा मैया, जो आएगा, तर जाएगा, इज्जत, शोहरत, दौलत तो मिली, मेहरों का खज़ाना बाकी है, मैंने सब कुछ पाया दाती, तेरा दर्शन पाना बाकी है।।
हर मुराद पूरी होती है, माँ, तेरे ही दरबार में, तेरे दर जैसा नहीं देखा, नहीं दर कोई संसार में, दर-दर की ठोकर खाई है, बस तेरा ठिकाना बाकी है, मैंने सब कुछ पाया दाती, तेरा दर्शन पाना बाकी है।।
भक्त तेरे भोले-भाले, माँ, तेरे शुक्रगुजार हैं, तेरी कृपा से सबको मिली, मिली खुशियाँ अपार हैं, तर गए लाखों माँ, भक्त तेरे, सेवादार दीवाना बाकी है, मैंने सब कुछ पाया दाती, तेरा दर्शन पाना बाकी है।।
(पुनरावृत्ति) मैंने सब कुछ पाया दाती, तेरा दर्शन पाना बाकी है, मेरे घर में कोई कमी नहीं, बस तेरा आना बाकी है, मैंने सब कुछ पाया दाती, तेरा दर्शन पाना बाकी है।।
Maine Sabkuchh Paaya Daati [Full Song] Ghar Jot Jagi Maharani Ki- Jai Ho
Singer: Narendra Chanchal Music Director: Surinder Kohli Lyricist: Ashok Sevadar