सुख चाहें, और पाप करें हम, मन को कैसा हुआ भरम, सुख चाहें, और पाप करें हम, मन को कैसा हुआ भरम, पैर तले तो, काँटा बोये, पैर तले तो, काँटा बोये, फिर क्यों भाग्य को कोसे हम, सुख चाहें, और पाप करें हम, मन को कैसा हुआ भरम, छुप के पाप किया सुख देखा,
सच्चे सुख का ज्ञान गया, छुप के पाप किया सुख देखा, सच्चे सुख का ज्ञान गया, सच्चा सुख सुन्दर चिंतन में, मन चंचल जब मान गया, औरों से छुप गया पाप पर, अपना मन तो करे शरम, पैर तले तो, काँटा बोये, फिर क्यों भाग्य को कोसे हम, सुख चाहें, और पाप करें हम, मन को कैसा हुआ भरम, पाप वही जिससे दुःख बढ़ता, मर्यादा को तोड़ दिया,
Anup Jalota Bhajan Lyrics Hindi,devotional Bhajan Lyrics in Hindi
पाप वही जिससे दुःख बढ़ता, मर्यादा को तोड़ दिया, वही पुण्य जिससे सुख आये, त्याग किया कुछ छोड़ दिया, तृष्णा के पीछे नहीं भागो, नारायण ही बड़ा धरम, पैर तले तो, काँटा बोये, फिर क्यों भाग्य को कोसे हम, सुख चाहें, और पाप करें हम, सुख चाहें, और पाप करें हम, मन को कैसा हुआ भरम, सुख चाहें, और पाप करें हम, मन को कैसा हुआ भरम,
सुख चाहें, और पाप करें हम, मन को कैसा हुआ भरम, पैर तले तो, काँटा बोये, पैर तले तो, काँटा बोये, फिर क्यों भाग्य को कोसे हम, सुख चाहें, और पाप करें हम, मन को कैसा हुआ भरम,
Sukh Chahe Aur Paap Kare Anup Jalota | Shree Krishna Bhajan | Nirgun Song
sukh chaahen, aur paap karen ham, man ko kaisa hua bharam, sukh chaahen, aur paap karen ham, man ko kaisa hua bharam,
Song Credits : Singer: Anup Jalota Music Director: Anup Jalota Lyrics: Narayan Agarwal