राम सुमिर राम सुमिर यही तेरो काज है भजन
राम सुमिर राम सुमिर यही तेरो काज है,
मायाको संग त्याग हरिजू की शरण राग,
जगत सुख मान मिथ्या झूठो सब साज है,
सपने जो धन पछान काहे पर करत मान,
बारू की भीत तैसे बसुधा को राज है,
नानक जन कहत बात बिनसि जैहै तेरो दास,
छिन छिन करि गयो काल तैसे जात आज है,
राम सुमिर राम सुमिर यही तेरो काज है,
मायाको संग त्याग हरिजू की शरण राग,
जगत सुख मान मिथ्या झूठो सब साज है,
सपने जो धन पछान काहे पर करत मान,
बारू की भीत तैसे बसुधा को राज है,
नानक जन कहत बात बिनसि जैहै तेरो दास,
छिन छिन करि गयो काल तैसे जात आज है,
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