बाबा कब लोगे खबरियाँ मेरी भजन
जय श्री श्याम,
बाबा कब लोगे खबरियाँ मेरी,
बाबा कब लोगे खबरियाँ मेरी,
राह में पेरी पलकें बिछा के,
नैनों में तेरी मूरत बसा के,
देखूँ डगरियाँ तेरी,
बाबा कब लोगे खबरियाँ मेरी,
बाबा कब लोगे खबरियाँ मेरी,
गली गली में भटकत डोलूँ,
गली गली में भटकत डोलूँ,
पता मैं तेरा पूछत डोलूँ,
पता मैं तेरा पूछत डोलूँ,
बनके जोगनिया तेरी,
बाबा कब लोगे खबरियाँ मेरी,
बाबा कब लोगे खबरियाँ मेरी,
पँख लगे जो होते मेरे,
तो उड़ के मैं शाम सवेरे,
आती नगरियाँ मैं तेरी,
बाबा कब लोगे खबरियाँ मेरी,
बाबा कब लोगे खबरियाँ मेरी,
कहे 'अनाड़ी' (लेखक) सावन बित्यो,
रंग रंगीलो फागुन बित्यों,
ना बीती सुरतियाँ तेरी,
बाबा कब लोगे खबरियाँ मेरी,
बाबा कब लोगे खबरियाँ मेरी,
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