छोड़ मोहन मोरी क़लईया भजन
छोड़ मोहन मोरी क़लईया,
छोड़ मोहन मोरी क़लईया,
मोहे ही देख रहा सारा गैया,
छोड़ मोहन मोरी क़लईया,
छोड़ मोहन मोरी क़लईया,
पनिया भरण को में पनघट पे आई,
मोहे देख छेड़े अकेली,
मोहे देख छेड़े अकेली,
मोहे देख छेड़े अकेली,
पनिया भरण को में पनघट पे आई,
मोहे देख छेड़े तू अकेली,
छीनी झपट मेरी मटकी है पटकी,
छीनी झपट मेरी मटकी है पटकी,
देखे सारी सहेली,
घर जाने दे कृष्ण कन्हैया,
घर जाने दे कृष्ण कन्हैया,
छोड़ मोहन मोरी क़लईया,
छोड़ मोहन मोरी क़लईया,
भीग जायेगी ये मोरी चुनरिया,
ना मोहन यूँ पिचकारी,
ना मारो कनक पिचकारी,
ना मारो कनक पिचकारी,
ना मारो कनक पिचकारी,
मुरारी मुरारी,
भीग जायेगी ये मोरी चुनरिया,
ना मोहन यूँ पिचकारी,
पैया पडू तेरी बोलेगी मैया,
पैया पडू तेरी बोलेगी मैया,
मैं जाउंगी घर बनवारी,
बस इतना कर तू भलैया,
बस इतना कर तू भलैया,
छोड़ मोहन मोरी क़लईया,
छोड़ मोहन मोरी क़लईया,
मोहे ही देख रहा सारा गैया,
छोड़ मोहन मोरी क़लईया,
छोड़ मोहन मोरी क़लईया,
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