साई मैं तीनों देव समाये हर संताप हरे (ब्रह्मा सर्जक विष्णु पालक) लिरिक्स Har Santap Hare Sai Bhajan Lyrics

साई मैं तीनों देव समाये हर संताप हरे (ब्रह्मा सर्जक विष्णु पालक) लिरिक्स Har Santap Hare Sai Bhajan Lyrics

 
साई मैं तीनों देव समाये हर संताप हरे (ब्रह्मा सर्जक विष्णु पालक) लिरिक्स Har Santap Hare Sai Bhajan Lyrics

ब्रह्मा सर्जक विष्णु पालक, शिव संहार करे,
ब्रह्मा सर्जक विष्णु पालक, शिव संहार करे,
साई मैं तीनों देव समाये, हर संताप हरे,
ब्रह्मा सर्जक विष्णु पालक, शिव संहार करे,
साई मैं तीनों देव समाये, हर संताप हरे,

साईं भक्ति की पावन धारा, दोनों लोक सँवारे,

साईं भक्ति की पावन धारा, दोनों लोक सँवारे,
साई कृपा की प्रकाश किरणें, जीवन पथ उजियारे,
साई कृपा की प्रकाश किरणें, जीवन पथ उजियारे,
ज्ञान के अंकुर साईं, हीरों पे सर्जन हाथ धरे,
साई मैं तीनों देव समाये, हर संताप हरे,
ब्रह्मा सर्जक विष्णु पालक, शिव संहार करे,
साई मैं तीनों देव समाये, हर संताप हरे,

साई शक्ति जल सिंचन पाकर, जीवन वृक्ष पले,
साई शक्ति जल सिंचन पाकर, जीवन वृक्ष पले,
सेवा सुमन सुगंध बिखरे, जीवन वृक्ष तले,
साई बन मानी रक्षक बनकर, हर संताप हरे,
साई मैं तीनों देव समाये, हर संताप हरे,
ब्रह्मा सर्जक विष्णु पालक, शिव संहार करे,
साई मैं तीनों देव समाये, हर संताप हरे,

त्रिविधा ताप हर जय हर हर शिव,
त्रिविधा ताप हर जय हर हर शिव,
साईं रूप धरे,
काम क्रोध मद मोह लोभ को, साईं भस्म करे,
तांडव नृत्य करे,
खोले तीसरा नयन साईं का तांडव नृत्य करे,

साई मैं तीनों देव समाये, हर संताप हरे,
ब्रह्मा सर्जक विष्णु पालक, शिव संहार करे,
साई मैं तीनों देव समाये, हर संताप हरे,
ब्रह्मा सर्जक विष्णु पालक, शिव संहार करे,
ब्रह्मा सर्जक विष्णु पालक, शिव संहार करे,
साई मैं तीनों देव समाये, हर संताप हरे,
ब्रह्मा सर्जक विष्णु पालक, शिव संहार करे,
साई मैं तीनों देव समाये, हर संताप हरे,
 


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