इतळ पीतळ रो भर लाई बेवड़ो लिरिक्स Ittal Pittal Ro Bhar Lyayi Bevado Lyrics
इस लोक गीत मैं नायिका पीतल के घड़े-बेवड़ो (चरी) मैं पानी लाने के बारे में बता रही है। इस गीत मैं वह अपने विभिन्न कार्यों के साथ पानी लाने के बारे में बताते हुए कह रही है की किस प्रकार से उसकी सासू उसे ताने मारती है और बताती है कैसे धुप के कारन वह काली पड़ गयी है।
रे झांझरिया मारा छैल
कोई कांख मेला टाबरिया री आन
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये
सासू बोले छे म्हाने बोलणा
रे झांझरिया मारा छैल
कोई बाईसा देवे रे म्हाने गाल
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये
आया बीरो सा म्हाने लेवा ने
रे झांझरिया मारा छैल
ज्यारी कांई कांई करूं मनवार
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये
थारे मनाया देवन ना मानूं
रे झांझरिया मारा छैल
थारा बड़ोडा़ बीरोसा ने भेज
मैं जाऊं रे जाऊं रे पीहरिये
काळी पड़गी रे मन की कामळी
रे झांझरिया मारा छैल
म्हारा आलीजा पे म्हारो सांचो जीव
मैं जाऊं रे जाऊं रे सासरिये
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
- बन्ना रे बागां में झुला घाल्या लिरिक्स Banna Re Baga Me Jhula Ghalyaa Lyrics
- तालरिया मगरिया रे मोरू बाई लिरिक्स ( बीरो बिन्जारो रे ) Talariya Magariya Re Moru Bai Lyrics
- गोरे धोरा री धरती रो (जय जय राजस्थान ) लिरिक्स Gore Dhora Ri Dharti Ro Lyrics
- रूण झुण बाजे घुँघरा लिरिक्स Run Jhun Baaje Ghughra Lyrics Baba Ramdev Bhajan
- पिळो रंगावो जी लिरिक्स Pilo Rangavo Ji Lyrics Rajasthani Folk
- बन्ना रे बागां में झुला डाल्या लिरिक्स Banna Re Baga Me Jhula Dalya Lyrics