जब याद तुम्हारी आती है मैं तेरे दर
जब याद तुम्हारी आती है, मैं तेरे दर पर आता हूँ,
अपने सुख दुःख हे ठाकुर, मैं रो रो तुम्हे सुनाता हूँ,
जब याद तुम्हारी आती है,
तुम मेरे हो मैं तेरा हूँ , बस और नहीं कुछ याद मुझे,
ये ध्यान सदा मेरे मन में रहे, ये विनय सुनाने आया हूँ,
जब याद तुम्हारी आती है, मैं तेरे दर पर आता हूँ,
अपने सुख दुःख हे ठाकुर, मैं रो रो तुम्हे सुनाता हूँ,
जब याद तुम्हारी आती है,
फूलों में तुम्हारी खुशबु हैं, पत्तो में तुम्हारी हस्ती हैं,
पर फूल नहीं हैं पास मेरे, दो नयन चढ़ाने आया हूँ,
जब याद तुम्हारी आती है, मैं तेरे दर पर आता हूँ,
अपने सुख दुःख हे ठाकुर, मैं रो रो तुम्हे सुनाता हूँ,
जब याद तुम्हारी आती है,
तुम मेरे हो मैं तेरा हूँ , बस और नहीं कुछ याद मुझे,
ये ध्यान सदा मेरे दिल में रहे , ये विनय सुनाने आया हूँ,
जब याद तुम्हारी आती है, मैं तेरे दर पर आता हूँ,
अपने सुख दुःख हे ठाकुर, मैं रो रो तुम्हे सुनाता हूँ,
जब याद तुम्हारी आती है,
तुम मेरे प्यारे साँवरियाँ, मेरा तुम संग प्यारा नाता हैं,
नहीं और कोई मेरी सुनता हे, में तुम्हे सुनाने आया हूँ,
जब याद तुम्हारी आती है, मैं तेरे दर पर आता हूँ,
अपने सुख दुःख हे ठाकुर, मैं रो रो तुम्हे सुनाता हूँ,
जब याद तुम्हारी आती है,
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