आज सखी सतगुरु घर आये लिरिक्स Aaj Sakhi Satguru Ghar Aaye Lyrics

आज सखी सतगुरु घर आये लिरिक्स Aaj Sakhi Satguru Ghar Aaye Lyrics

 
आज सखी सतगुरु घर आये लिरिक्स Aaj Sakhi Satguru Ghar Aaye Lyrics

आज सखी सतगुरु घर आये,
मेरे मन आनन्द भयो री,
दरशन से सब पाप विनाशे,
दुःख दारिद्र सब दूर गयो री,
आज सखी सतगुरु घर आये,

मेरे मन आनन्द भयो री,
अमृत वचन सुनत तम नाषयों ,
घट भीतर प्रभु पाय लयो री,
आज सखी सतगुरु घर आये,
मेरे मन आनन्द भयो री,
 जनम जनम के संशय टूटे,
भव भय ताप मिटाय दयो री,
आज सखी सतगुरु घर आये,
मेरे मन आनन्द भयो री,
ब्रम्हानन्द दास दासन को,
चरण-कमल लिपटाय रहयो री,
आज सखी सतगुरु घर आये,
मेरे मन आनन्द भयो री,


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