खाटू नगरी में चढ़ता जो निशान है लिरिक्स Khatu Nagari Me Chadhta Jo Nisaan Hai Lyrics

खाटू नगरी में चढ़ता जो निशान है लिरिक्स Khatu Nagari Me Chadhta Jo Nisaan Hai Lyrics

 
खाटू नगरी में चढ़ता जो निशान है लिरिक्स Khatu Nagari Me Chadhta Jo Nisaan Hai Lyrics

खाटू नगरी में चढ़ता जो निशान है,
कोई और नहीं वो सुरजगढ निशान (बाबा की ध्वजा ) है,

फागुन का रंग है ये प्यारा,लहराता येध्वज न्यारा,
बैठा बैठा मुस्कावे, देखो ये देव हमारा,
है शीश पे मोरछड़ी ये प्यारी शान है,
वो निशान है, वो निशान है,
खाटू नगरी में चढ़ता जो निशाँन है,
कोई और नहीं वो सुरजगढ निशान है,
 ये आती जाती सारी, दुनियाँ नतमस्तक होती,
और युगों युगों से देखो, रहमत की बारिश होती,
आगे चलता ये वीर बली हनुमान है,
हनुमान है, वो निसान है,
खाटू नगरी में चढ़ता जो निशाँन है,
कोई और नहीं वो सुरजगढ निशान है,

ये आती जाती सारी, दुनियाँ नतमस्तक होती,
और युगों युगों से देखो, रहमत की बारिश होती,
आगे चलता ये वीर बली हनुमान है,
हनुमान है, वो निसान है,
खाटू नगरी में चढ़ता जो निशाँन है,
कोई और नहीं वो सुरजगढ निशान है,

फ़िर शंकर लाल जी ने, तेरी ये जोत जलाई,
जोत में श्याम धणी ने, अपनी परछाई दिखाई,
"दीनू इन्दोरिया" (लेखक) करता ये ऐलान है,
ऐलान है, वो निसान है,
खाटू नगरी में चढ़ता जो निशाँन है,
कोई और नहीं वो सुरजगढ निशान है,
खाटू नगरी में चढ़ता जो निशान है,
कोई और नहीं वो सुरजगढ निशान है,



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