मैया बुलाले नवराते में नवराते में लिरिक्स Maiya Bulale Navrate Mein Naachenge Lyrics
मैया बुलाले नवराते में, नवराते में,
नाचेंगे हम सब जगराते में,
माँ की मूरत बस गई आँखों में,
बस गई आँखों में,
नाचेंगे हम सब जगराते में,
नाँचेंगे हम सब जगराते में,
परदेशी हूँ पर भूला ना पाऊँ,
माँ के दर जाना तो मैं भी चाहूँ,
बालक समझ माँ मुझे नाट दे,
संदेसा ये औरो को बांट दे,
चिट्ठी लगी अबके हाथों में,
अबके हाथों में,
नाचेंगे हम सब जगराते में,
नाँचेंगे हम सब जगराते में,
चढ़ाई चढ़ते भक्त गाने लगे,
दर्शन के ये सब दीवानें लगे,
चुनरी मँगवाई है जयपुर से,
इसको चढ़ाएंगे माँ के दर पे,
पावन असवार लग गया हाथों में,
नाचेंगे हम सब जगराते में,
नाँचेंगे हम सब जगराते में,
मंदिर में घुसके तो दिल ये कहे,
सर मेरा माँ के चरणों में रहे,
ऐसी ममता तो ना पाई कहीं,
मन करता "सुनील" (लेखक-सुनील अग्रवाल) रह जाऊँ यहीं,
मैया बुलाले नवराते में, नवराते में,
नाचेंगे हम सब जगराते में,
माँ की मूरत बस गई आँखों में,
बस गई आँखों में,
नाचेंगे हम सब जगराते में,
नाँचेंगे हम सब जगराते में,
नाचेंगे हम सब जगराते में,
माँ की मूरत बस गई आँखों में,
बस गई आँखों में,
नाचेंगे हम सब जगराते में,
नाँचेंगे हम सब जगराते में,
परदेशी हूँ पर भूला ना पाऊँ,
माँ के दर जाना तो मैं भी चाहूँ,
बालक समझ माँ मुझे नाट दे,
संदेसा ये औरो को बांट दे,
चिट्ठी लगी अबके हाथों में,
अबके हाथों में,
नाचेंगे हम सब जगराते में,
नाँचेंगे हम सब जगराते में,
चढ़ाई चढ़ते भक्त गाने लगे,
दर्शन के ये सब दीवानें लगे,
चुनरी मँगवाई है जयपुर से,
इसको चढ़ाएंगे माँ के दर पे,
पावन असवार लग गया हाथों में,
नाचेंगे हम सब जगराते में,
नाँचेंगे हम सब जगराते में,
मंदिर में घुसके तो दिल ये कहे,
सर मेरा माँ के चरणों में रहे,
ऐसी ममता तो ना पाई कहीं,
मन करता "सुनील" (लेखक-सुनील अग्रवाल) रह जाऊँ यहीं,
मैया बुलाले नवराते में, नवराते में,
नाचेंगे हम सब जगराते में,
माँ की मूरत बस गई आँखों में,
बस गई आँखों में,
नाचेंगे हम सब जगराते में,
नाँचेंगे हम सब जगराते में,
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