साँवरिया धोखेबाज बिरज में भजन

साँवरिया धोखेबाज बिरज में लुट गई रे मेरे साँवरिया भजन

 
साँवरिया धोखेबाज बिरज में लुट गई रे मेरे साँवरिया लिरिक्स Sanwariya Dhokhebaj Lyrics

साँवरिया धोखेबाज बिरज में लुट गई रे मेरे साँवरिया,
लूट गई रे सावरिया में तो लुट गई रे मेरे साँवरिया,
साँवरिया,
साँवरिया धोखेबाज बिरज में लुट गई रे मेरे साँवरिया,

मेरे माथे का टीका उलझ गयो होरी में,
झुमकी पे,
झुमकी पे मारो हाथ बिरज में लुट गई रे मेरे साँवरिया,
साँवरिया धोखेबाज बिरज में लुट गई रे मेरे साँवरिया,

मेरे हाथों का कंगन उलझ गयो होरी में,
मुदरी पे,
मुदरी पे मारो हाथ बिरज में लुट गई रे मेरे साँवरिया,
साँवरिया धोखेबाज बिरज में लुट गई रे मेरे साँवरिया,
मेरे कमर की तगड़ी उलझ गयो होरी में,
गुठी पे,
गुठी पे मारो हाथ बिरज में लुट गई रे मेरे साँवरिया,
साँवरिया धोखेबाज बिरज में लुट गई रे मेरे साँवरिया,

मेरे पैरों की पायल उलझ गयो होरी में,
बिछवे पे,
बिछवे पे मारो हाथ बिरज में लुट गई रे मेरे साँवरिया,
साँवरिया धोखेबाज बिरज में लुट गई रे मेरे साँवरिया,


ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.

ऐसे ही अन्य मधुर भजन देखें 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।  
 
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
Next Post Previous Post