साँवरे तुमसे विनती यही है भजन

साँवरे तुमसे विनती यही है भजन

 
साँवरे तुमसे विनती यही है Sanvare Tumse Vinati Yahi Hai Lyrics

सांवरे तुमसे विनती यही है
इस कहर से प्रभु अब बचाओ
काल ने घेर रखा है हमको
इसके पंजे से हमको छुड़ाओ

सबके मन में भरा सिर्फ दर है
अगले पल हो क्या कुछ ना खबर है
हर कदम पे कड़ी है मुसीबत
छूटता जा रहा ये सबर है
कोई रास्ता प्रभु अब ना सूझे
रास्ता तुम ही हमको दिखाओ
काल ने घेर रखा है हमको
इसके पंजे से हमको छुड़ाओ

इक अजब सा ही वातावरण है
टूटता दिख रहा सबका मन है
कुछ समाधान तुम ही निकालो
अब उम्मीदों की तू ही किरण है
किस तरह हम बचेंगे दयालु
कोई युक्ति हमें तुम बताओ
काल ने घेर रखा है हमको
इसके पंजे से हमको छुड़ाओ

साड़ी दुनिया फासी कश्मकश में
कुछ नहीं है किसी के भी बस में
नाम जपते हैं इक बस तुम्हारा
शक्ति मिलती तेरे नाम रस में
भूल बैठे सभी मुस्कुराना
रोते चेहरों को माधव हँसाओ
काल ने घेर रखा है हमको
इसके पंजे से हमको छुड़ाओ


ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.

ऐसे ही अन्य मधुर भजन देखें 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।  
 

Next Post Previous Post