दृष्टि हम पे दया की माँ डालो भजन

दृष्टि हम पे दया की माँ डालो भजन

(मुखड़ा)
दृष्टि हम पे दया की, माँ डालो,
बड़ी संकट की आई घड़ी है,
द्वार पर तेरे हम भी खड़े हैं,
आँखों में आँसुओं की झड़ी है।।

(अंतरा)
निर्बल का सहारा यही है,
रास्ता दूसरा ना कहीं है,
तेरा दर्श अगर तू दिखा दे,
टूट जाए ग़मों की लड़ी है।।

सारे भक्तों को तुमने है तारा,
वासता तुमसे भी है हमारा,
तार दे माँ, तेरे बालकों को,
हम पर विपदा ही ऐसी पड़ी है।।

फरियादों की झोली अड़ी है,
फतह करने को माँ तू खड़ी है,
ये शिवाजी को आशीष देकर,
धन्य कर दे, तू सबसे बड़ी है।।

(अंतिम पुनरावृत्ति)
दृष्टि हम पे दया की, माँ डालो,
बड़ी संकट की आई घड़ी है,
द्वार पर तेरे हम भी खड़े हैं,
आँखों में आँसुओं की झड़ी है।।
 


Drashti Hum Par Daya Ki | Shivaji Patil | Mata Ji Ke Bhajan | Kalkadham 

⭐Song:- Drashti Hum Par Daya Ki
⭐Singer:- Shivaji Patil
⭐Lyrics:- Salagram Patil, Shivaji Patil
⭐Producer:- Salagram Patil
⭐Music:-  Krishna Pawar

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