भोले तेरी महिमा अपरम्पार है, तीनों लोक में तेरी जय जयकार है, तेरी जयकार है, तेरी जयकार है, एक हाथ में डमरुँ साजे, दूजे में त्रिशूल बिराजै, माथे पे सुन्दर सा चंदा साजै, एक हाथ में डमरुँ साजे, दूजे में त्रिशूल बिराजै, माथे पे सुन्दर सा चंदा साजै, और गले में सरपों का श्रृंगार है, तीनों लोक में तेरी जय जयकार है, भोले तेरी महिमा अपरम्पार है, तीनों लोक में तेरी जय जयकार है, रहते हो कैलाश शिखर पर, कोई नहीं है तुमसा हे भोले शंकर, सर से बहती गंगा जी की धार है, तीनों लोक में तेरी जय जयकार है, भोले तेरी महिमा अपरम्पार है, तीनों लोक में तेरी जय जयकार है, भोले तेरी शान निराली, तेरी सूरत भोली भाली, श्रष्टि में तुम सबसे शक्ति शाली, शर्मा की नैया की तू पतवार है, तीनों लोक में तेरी जय जयकार है, भोले तेरी महिमा अपरम्पार है, तीनों लोक में तेरी जय जयकार है,