चुनड़ी ओढ़ाया, म्हारो मान बढ़ेगो, और भी थारो, सिंगार खिलेगो, ‘सोनू’ सरावेगी या सारी दुनिया, ओढ़ो म्हारी भी चुनरिया, ओढ़ो जी, ओढ़ो दादी, म्हारी भी चुनरिया।।
(पुनरावृति) ओढ़ो जी, ओढ़ो दादी, म्हारी भी चुनरिया, शान से ल्याया थारा, टाबरिया, थारा बालकिया, ओढ़ो म्हारी भी चुनरिया, ओढ़ो जी, ओढ़ो दादी, म्हारी भी चुनरिया।।
दादी की चुनड़ी का लाजवाब भजन | RaniSati Dadi Chunri Bhajan | New Dadi Ji Bhajan | Dadi Bhajan 2021