जाने ज़ग सखी मैं ही ना जानूँ कहाँ श्याम गुण धाम भजन
जाने ज़ग, सखी मैं ही ना जानूँ, कहाँ श्याम गुण धाम,
गोकुल सुबह, दोपहर मथुरा, पूरी द्वारिका श्याम
हमारे साँवरिया घनश्याम, हमारे साँवरिया घनश्याम,
जाने ज़ग, सखी मैं ही ना जानूँ,
सुबह सखी मैं मंदिर जाऊँ, भरी दोपहरी ध्यान लगाऊँ,
श्याम सांवरी से पूछूँ मैं, कब आवेगे श्याम,
हमारे साँवरिया घनश्याम, हमारे साँवरिया घनश्याम,
जाने ज़ग, सखी मैं ही ना जानूँ,
अपनी कहनी को ही रजनी, रजनी में भी चैन ना सजनी
नैंन कहे हम सांवरिया के, निंदिया से क्या काम,
हमारे साँवरिया घनश्याम, हमारे साँवरिया घनश्याम,
जाने ज़ग, सखी मैं ही ना जानूँ,
नैंन खुले के खुले रहेंगे, जब तक साँवरियाँ ना मिलेंगे,
गोविन्द को जो आँ दिखाए, गुरु को करो प्रणाम,
हमारे साँवरिया घनश्याम, हमारे साँवरिया घनश्याम,
जाने ज़ग, सखी मैं ही ना जानूँ,
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Hari Bhajan: Jane Jag Sakhi
Singer: Lata Mangeshkar
Music Director: HRIDAYNATH MANGESHKAR
Lyricist: PT. NARENDRA SHARMA
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