पीलों भोला पीलों थोड़ी सी भंगियाँ पीलों

पीलों भोला पीलों थोड़ी सी भंगियाँ पीलों भजन

 
पीलों भोला पीलों थोड़ी सी भंगियाँ पीलों Peelo Bhola Pilo Thodi Si Bhangiya Peelo Lyrics

पीलों भोला पीलों, थोड़ी सी भंगियाँ पीलों,
पी लो भो ला पी लो, थोड़ी सी भंगियाँ पीलों,
थोड़ी सी भंगिया पीलो, पी लो भोला पी लो,
पीलों भोला पीलों, थोड़ी सी भंगियाँ पीलों,

हमें घूमने जाने स्वामी, हमें घूमने जाने स्वामी,
हमें घूमने जाने स्वामी, महा नंदियां हठीलो, हठीलो,
थोड़ी सी भंगिया पीलो, पी लो भोला पी लो,
पीलों भोला पीलों, थोड़ी सी भंगियाँ पीलों,

बाघम्बर पीताम्बर सोहे, बाघम्बर पीताम्बर सोहे,
बाघम्बर पीताम्बर सोहे, गले नाग जहरीलो, जहरीलो,
थोड़ी सी भंगिया पीलो, पी लो भोला पी लो,
पीलों भोला पीलों, थोड़ी सी भंगियाँ पीलों,

माथे चन्दा चमचम चमके, माथे चन्दा चमचम चमके,
माथे चन्दा चमचम चमके, चन्दन पिलो पिलो पिलो,
थोड़ी सी भंगिया पीलो, पी लो भोला पी लो,
पीलों भोला पीलों, थोड़ी सी भंगियाँ पीलों,
पीलों भोला पीलों, थोड़ी सी भंगियाँ पीलों,
पी लो भो ला पी लो, थोड़ी सी भंगियाँ पीलों,
थोड़ी सी भंगिया पीलो, पी लो भोला पी लो,
पीलों भोला पीलों, थोड़ी सी भंगियाँ पीलों,


ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.

ऐसे ही अन्य मधुर भजन देखें 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।  
 
 
Peelo Bhola Bhangiya · Babu Rajoriya | Kavita Shrivastav | Suresh Jeriya Lalit Bhat | Rina Joshi
 
Peelo Bhola Bhangiya · Babu Rajoriya · Kavita Shrivastav · Suresh Jeriya · Lalit Bhatt · Rina Joshi · Pintu-Kasera · Traditional
 
यह भजन भगवान शिव के भोलेनाथ रूप को हृदय में जीवंत करता है, जिसमें उनकी भांग के प्रति रुचि एक हास्यपूर्ण तथा प्रेममय भाव के साथ प्रस्तुत की जाती है। भजन में "पीलों भोला पीलों, थोड़ी सी भंगियाँ पीलों" का उल्लेख शिव-भक्ति के उस अंतरंग संबंध को दर्शाता है, जिसमें भक्त अपने आराध्य को सरलता, सहजता और निकटता से पुकारता है। यहाँ भांग केवल भौतिक पदार्थ नहीं, बल्कि शिव के तामसिक और तपस्वी स्वरूप का प्रतीक है— वह जो सांसारिक मोह-माया से परे, अलौकिक चेतना में स्थित हैं। गीत में "बाघम्बर पीताम्बर सोहे, गले नाग जहरीलो", "माथे चंदा चमचम चमके, चंदन पिलो" जैसी पंक्तियाँ शिव के तपस्वी, विषधर, चंद्रशेखर और शांत स्वरूप का अनुभव कराती हैं। शिव के साथ भक्त का संवाद, उसकी प्रार्थनाएँ तथा भक्त के मन की हल्की हास्यपूर्ण उम्मीदें वास्तव में एक सहज, अनौपचारिक और प्रेमपूर्ण भक्ति को प्रकट करती हैं।

भजन शिव के सांसारिक और अलौकिक पहलुओं का सुंदर समन्वय प्रस्तुत करता है। यहाँ औपचारिकता नहीं, केवल हृदय की सच्ची सरलता और प्रेम प्रमुख है— भक्त और भगवान का अद्भुत, आत्मीय रिश्ता। शिव का भोला स्वभाव और उनकी दयालुता इस भजन की आत्मा है, जो श्रद्धालुओं को निर्भयता, निकटता और विश्वास प्रदान करती है।  
 
यह भजन भी देखिये
Next Post Previous Post