गणपति मेरे घर आना मूषक पे चढ़के लिरिक्स Ganpati Mere Ghar Aana Mushak Pe Chadhke Lyrics
गणपति मेरे घर आना मूषक पे चढ़के
रिद्धि साथ लेके सिद्धि लेके
गणपति मेरे घर आना मूषक पे चढ़के
शिव शंकर है पिता तुम्हारे गोरा माँ के राज दुलारे
जिमाये मोदक भोग थाल भरके रे
मात पिता ने लइ रे परीक्षा पिथवी की दे आओ परिक्रमा
वो तो ले शंकर का नाम चले मूषक पे चढ़के
कार्तिक चले मोर पर चढ़के गणपति खड़े है हाथ जोड़के
दीन्हि मात पिता की परिक्रमा मूषक पे चढ़के
शिवजी हसे गोरा मुस्काये सब देवो ने फूल बरसाए
तुम हो बुद्धि में महान सब देवो से बढ़के
रिद्धि साथ लेके सिद्धि लेके
गणपति मेरे घर आना मूषक पे चढ़के
शिव शंकर है पिता तुम्हारे गोरा माँ के राज दुलारे
जिमाये मोदक भोग थाल भरके रे
मात पिता ने लइ रे परीक्षा पिथवी की दे आओ परिक्रमा
वो तो ले शंकर का नाम चले मूषक पे चढ़के
कार्तिक चले मोर पर चढ़के गणपति खड़े है हाथ जोड़के
दीन्हि मात पिता की परिक्रमा मूषक पे चढ़के
शिवजी हसे गोरा मुस्काये सब देवो ने फूल बरसाए
तुम हो बुद्धि में महान सब देवो से बढ़के
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गणेश चतुर्थी विशेष भजन : गणपति मेरे घर आना मूषक पे चढ़के
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