सुनलो मेरे सांवरे भैया आगे करो कलाई
सुनलो मेरे सांवरे भैया,आगे करो कलाई
आया है त्योहार ये बहना,राखी लेकर आई
ये बंधन टूटे ना,साथ ये छूटे ना.
घर आने को तू करता,हरबार ही आना कानी
इसलिये तेरे दर पे,मैंने आने की ठानी
लेकर आस खड़ी हूँ दर पे,करले मेरी सुनाई
आया है त्योहार ये बहना,रखी लेकर आई
रेशम की डोरी में मैंने,मेरा प्यार छिपाया
हर सुख दुःख में साथ रहेगा,ये विश्वास समाया
चाहे छोटी चाहे बड़ी हो,सारी बात बताई
आया है त्योहार ये बहना,रखी लेकर आई
जल्दी से तुम श्याम चलो,अब मेरा नेक भी देदो
मेरे बुलाने पे आना है,वादा एक ही देदो
कहे सचिन सारी बहनों का,तुमसा एक हो भाई
आया है त्योहार ये बहना,राखी लेकर आई
अर्जी ये श्याम लगाई है,
एक बहन तेरे दर आई है
बन जाओ तुम ही श्याम मेरे,
कोई और ना मेरा भाई है
त्योहार है आया रक्षा का,
तेरे हाथ में राखी बांधूंगी
तुम साथ हो मेरे काफी है,
फिर नेक भला क्या मांगूंगी
मानो नहीं मानो मर्ज़ी है,
मेरे दिल की बात बताई है
बन जाओ तुम ही श्याम मेरे,
कोई और ना मेरा भाई है
सुख दुख की बात तुम्हे सारी,
आकर के मैं बतलाऊंगी
छोटी हूँ तंग करूँगी मैं,
फिर मैं ही तुम्हे मनाऊंगी
ये रिश्ता खट्टा मीठा सा,
तेरी बहन निभाने आई है
बन जाओ तुम ही श्याम मेरे,
कोई और ना मेरा भाई है
रेशम के धागे की भैया,
हरदम ही लाज बचाना तू
किस्मत से पाया है तुमको,
नहीं छोड़ चले अब जाना तू
कहता है सचिन तेरी बहना का,
बस तू ही एक सहाई है
बन जाओ तुम ही श्याम मेरे,
कोई और ना मेरा भाई है
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
ऐसे ही अन्य मधुर भजन देखें
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
Raksha Bandhan Bhajan 2024 |रक्षा बंधन भजन 2024 |कृष्णा भजन |Khatu Shyam Bhajan|Krishna Rakhi Bhajanरक्षाबन्धन एक हिन्दू व जैन त्योहार है जो प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। श्रावण (सावन) में मनाये जाने के कारण इसे श्रावणी (सावनी) या सलूनो भी कहते हैं। रक्षाबन्धन में राखी या रक्षासूत्र का सबसे अधिक महत्त्व है। राखी कच्चे सूत जैसे सस्ती वस्तु से लेकर रंगीन कलावे, रेशमी धागे, तथा सोने या चाँदी जैसी मँहगी वस्तु तक की हो सकती है। रक्षाबंधन भाई बहन के रिश्ते का प्रसिद्ध त्योहार है, रक्षा का मतलब सुरक्षा और बंधन का मतलब बाध्य है। रक्षाबंधन के दिन बहने भगवान से अपने भाईयों की तरक्की के लिए भगवान से प्रार्थना करती है। राखी सामान्यतः बहनें भाई को ही बाँधती हैं परन्तु ब्राह्मणों, गुरुओं और परिवार में छोटी लड़कियों द्वारा सम्मानित सम्बंधियों (जैसे पुत्री द्वारा पिता को) भी बाँधी जाती है।
कभी-कभी सार्वजनिक रूप से किसी नेता या प्रतिष्ठित व्यक्ति को भी राखी बाँधी जाती है। रक्षाबंधन के दिन बाजार मे कई सारे उपहार बिकते है, उपहार और नए कपड़े खरीदने के लिए बाज़ार मे लोगों की सुबह से शाम तक भीड होती है। घर मे मेहमानों का आना जाना रहता है। रक्षाबंधन के दिन भाई अपने बहन को राखी के बदले कुछ उपहार देते है। रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है जो भाई बहन के प्यार को और मजबूत बनाता है, इस त्योहार के दिन सभी परिवार एक हो जाते है और राखी, उपहार और मिठाई देकर अपना प्यार साझा करते है।
Song : Sanwrein Ki Rakhi & Shyam Mera Bhai
Singer : Upasana Mehta & Radhika Gargi Lyrics : Sachin Tulsiyan
Special Thanks : Vinod Sharma
Music: Binny Narang (9991980610)
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं