नुगरा कोई मत रेवणा जी लिरिक्स Nugara Koi Mat Revana Ji Lyrics

नुगरा कोई मत रेवणा जी लिरिक्स Nugara Koi Mat Revana Ji Lyrics Prakash Mali Bhajan Lyrics

 
नुगरा कोई मत रेवणा जी लिरिक्स Nugara Koi Mat Revana Ji Lyrics Prakash Mali Bhajan Lyrics

यह एक निर्गुणी भजन है जो प्रकाश माली जी के द्वारा गाया गया है। यह भजन कबीर साहेब की वाणी से प्रभावित है जिसमे व्यक्तिगत आत्मिक शुद्धता पर बल देते हुए बताया गया है की नुगरा, ऐसा व्यक्ति जो अहसान फरामोश हो और जो ईश्वर के मार्ग पर ना चलता हो, व्यक्तियों के संग में नहीं रहना चाहिए, क्योंकि शोहबत का असर जरूर होता है। यह नर रूपी देह अनेकों अनेक जतन के उपरान्त मिली है जिसे अधम कार्यों में लिप्त नहीं करना चाहिए। देह के महत्त्व को समझते हुए संतों की संगति में रहना चाहिए क्योंकि नुगरा जीव तो पशु के बराबर है जिसमे बुद्धि नहीं होती है। मनुष्य अन्य जीवो से इसलिए ही श्रेष्ठ है क्योंकि उसमे बुद्धि है जो पशु में नहीं होती है। यह संसार क्षणिक है इसलिए किसी से बैर नहीं रखना चाहिए और संतों की संगति में रहकर हरी सुमिरण करना चाहिए। सत श्री साहेब।
नुगरा नर को मत मिलो, चाहे पापी मिलो हज़ार,
नुगरा ले जावे नारगी, थाने संत मिलावे जार,
नर नारायण थारी देह बनाई,
नुगरा कोई मत रेवणा जी,
नुगरा मानक तो पशु बराबर,
उणना संग मत करना जी,
राम का भजन में हालो मेरा हंसा,
इण जग में जीवना थोड़ा।

अठारह वर्ण की गाया दुहावो,
एक बर्तन में लेवणा जी,
मथे मथे ने माखन लेणा,
बर्तन उजला रखना जी,
राम का भजन में हालो मेरा हंसा,

इण जग में जीवना थोड़ा जी।

अगलों आवे अगन स्वरूपी,
जल स्वरूपी रहणा जी,
दोन्यू हाथ जोडू रहणा,
सुण सुण वचन लेवणा जी,
राम का भजन में हालो मेरा हंसा,
इण जग में जीवना थोड़ा जी।

काशी नगर में रहता कबीरसा,
वे कोरा कागज लखता रे,
सारा नगरिया में धर्म चलायो,
निर्गुण माला फेरता जी
राम का भजन में हालो मेरा हंसा,
इण जग में जीवना थोड़ा जी।

इण संसारिया में आवणो जावणो,
बैर किसी से मत रखना जी,
कहवे कमाल कबीर सा री चेली,
फेर जनम नहीं लेवणा जी,
राम का भजन में हालो मेरा हंसा,
इण जग में जीवना थोड़ा जी।

नर नारायण थारी देह बनाई,
वीरा नुगरा कोई मत रेवणा जी,
नुगरा मानक तो पशु बराबर,
उणना संग मत करना जी,
राम का भजन में हालो मेरा हंसा,
इण जग में जीवना थोड़ा।


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Prakash Mali Bhajan। प्रकाश माली का पसंदिता भजन । नुगरा कोई मत रेवणा । Rajasthani Bhajan HD 
Song : Nugara Koi Mat Revana
Singer : Prakash Mali
Music : Harsh Mali And Party
Music Label :
Category : Rajasthani
Sub Category : Bhajan 
 
Lyrics
Nugra Nar Ko Mat Milo, Chahe Paapi Milo Hajaar,
Nugra Le Jaave Naargi, Thane Sant Milaave Jaar,
Nar Narayan Thaari Deh Banaayi,
Nugra Koi Mat Revna Ji,
Nugra Maanak To Pashu Barabar,
Unna Sang Mat Karna Ji,
Ram Ka Bhajan Mein Haalo Mera Hansa,
In Jag Mein Jeevna Thoda.

Athaarah Varn Ki Gaaya Duhavo,
Ek Bartan Mein Levna Ji,
Mathe Mathe Ne Makhan Levna,
Bartan Ujla Rakhna Ji,
Ram Ka Bhajan Mein Haalo Mera Hansa,
In Jag Mein Jeevna Thoda Ji.

Aglon Aave Agan Swarupi,
Jal Swarupi Rahna Ji,
Donu Haath Jodoo Rahna,
Sun Sun Vachan Levna Ji,
Ram Ka Bhajan Mein Haalo Mera Hansa,
In Jag Mein Jeevna Thoda Ji.

Kaashi Nagar Mein Rehta Kabirsa,
Ve Kora Kaagaz Lakhata Re,
Saara Nagariya Mein Dharma Chalaya,
Nirgund Malaa Pherta Ji,
Ram Ka Bhajan Mein Haalo Mera Hansa,
In Jag Mein Jeevna Thoda Ji.

In Sansariya Mein Aavnao Jaavnao,
Bair Kisi Se Mat Rakhna Ji,
Kahe Kamal Kabir Sa Re Cheli,
Phir Janam Nahin Levna Ji,
Ram Ka Bhajan Mein Haalo Mera Hansa,
In Jag Mein Jeevna Thoda.
 
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