अरी मेरो मारग रोक्यो कृष्ण कन्हैया ने लिरिक्स Ari Mero Marag Rokyo Lyrics

अरी मेरो मारग रोक्यो कृष्ण कन्हैया ने लिरिक्स Ari Mero Marag Rokyo Krishn Kanhaiya Ne Lyrics Krishna Bhajan by shri Rajendra Das ji Maharaj, Rajendra Daas Bhajan

अत्यंत ही सुन्दर कृष्ण भजन जिसे स्वर दिया है श्री राजेंद्र दास जी महाराज ने। इस भजन में राधा रानी जी अपनी सखियों से श्री कृष्ण के विषय में कह रही हैं की वह राधा जी का मार्ग रोक लेते हैं और दाऊ जी के भैया (कृष्ण ) जी उन्हें बहुत तंग करते हैं। वह मार्ग में मिलकर माखन की मटकी को फोड़ देते हैं। श्री कृष्ण जी उधम मचाते हैं और श्री कृष्ण जी के ऊपर उनका कोई बस नहीं चलता है। 
 
अरी मेरो मारग रोक्यो कृष्ण कन्हैया ने लिरिक्स Ari Mero Marag Rokyo Krishn Kanhaiya Ne Lyrics Krishna Bhajan by shri Rajendra Das ji Maharaj, Rajendra Daas Bhajan

अरी मेरो मारग रोक्यो कृष्ण कन्हैया ने,
अरी मेरो मारग रोक्यो कृष्ण कन्हैया ने,
मैया मोहे बहुत दुख दीन्यो, दाऊ के भैया ने,
मैया मोहे बहुत दुख दीन्यो, दाऊ के भैया ने,


मारग में मिल गये नन्द लाला,
संग मै लिए बहुत से ग्वाला
अरी मेरो घुंगट खोल्यो, बंसी बजैया ने,
अरी मेरो मारग रोक्यो कृष्ण कन्हैया ने,
अरी मेरो मारग रोक्यो कृष्ण कन्हैया ने।

माखन की जो पटक दई मटकी,
मेरी बाँह पकड़ के झटकी,
अरी चूड़ियाँ चटकाई, रास रचैया ने,
अरी मेरो मारग रोक्यो कृष्ण कन्हैया ने,
अरी मेरो मारग रोक्यो कृष्ण कन्हैया ने।

फेंक गुलाल हाथ पिचकारी,
मोसें कहे साँवरो प्यारी
अरी नख सिख तै भिगोई,
गिरवर उठाइया नै
अरी मेरो मारग रोक्यो कृष्ण कन्हैया ने,
अरी मेरो मारग रोक्यो कृष्ण कन्हैया ने।

पकड़ूँ तो मेरे हाथ ना आवै,
अंगूठा दिखाए रसकारी चखावे,
अरी मोहे नाच नचाई धेनु चरइया नै
अरी मेरो मारग रोक्यो कृष्ण कन्हैया ने,
अरी मेरो मारग रोक्यो कृष्ण कन्हैया ने।

वह उधम जो बहुत मचावे,
मेरी एक पेश नहीं आवे,
अरी मोहे बहुत सताई,
नाग नथइया ने,
अरी मेरो मारग रोक्यो कृष्ण कन्हैया ने,
अरी मेरो मारग रोक्यो कृष्ण कन्हैया ने। 
 

आरी मेरो मार्ग रोक्यो कृष्णा कन्हैया ने by shri Rajendra Das ji Maharaj

Aree Mero Maarag Rokyo Krshn Kanhaiya Ne,
Aree Mero Maarag Rokyo Krshn Kanhaiya Ne,
Maiya Mohe Bahut Dukh Deenyo, Daoo Ke Bhaiya Ne,
Maiya Mohe Bahut Dukh Deenyo, Daoo Ke Bhaiya Ne,

Maarag Mein Mil Gaye Nand Laala,
Sang Mai Lie Bahut Se Gvaala
Aree Mero Ghungat Kholyo, Bansee Bajaiya Ne,
Aree Mero Maarag Rokyo Krshn Kanhaiya Ne,
Aree Mero Maarag Rokyo Krshn Kanhaiya Ne.

Maakhan Kee Jo Patak Daee Matakee,
Meree Baanh Pakad Ke Jhatakee,
Aree Choodiyaan Chatakaee, Raas Rachaiya Ne,
Aree Mero Maarag Rokyo Krshn Kanhaiya Ne,
Aree Mero Maarag Rokyo Krshn Kanhaiya Ne.

Phenk Gulaal Haath Pichakaaree,
Mosen Kahe Saanvaro Pyaaree
Aree Nakh Sikh Tai Bhigoee,
Giravar Uthaiya Nai
Aree Mero Maarag Rokyo Krshn Kanhaiya Ne,
Aree Mero Maarag Rokyo Krshn Kanhaiya Ne.

Pakadoon To Mere Haath Na Aavai,
Angootha Dikhae Rasakaaree Chakhaave,
Aree Mohe Naach Nachaee Dhenu Chariya Nai
Aree Mero Maarag Rokyo Krshn Kanhaiya Ne,
Aree Mero Maarag Rokyo Krshn Kanhaiya Ne.

Vah Udham Jo Bahut Machaave,
Meree Ek Pesh Nahin Aave,
Aree Mohe Bahut Sataee,
Naag Nathiya Ne,
Aree Mero Maarag Rokyo Krshn Kanhaiya Ne,
Aree Mero Maarag Rokyo Krshn Kanhaiya Ne.
 
resides in Shree Malook Peeth Temple of Vrindavan and he is the President (Shri Mahant) of the temple. The Katha, Pravachans and other religious activities are frequently organized by devotees. For Your Query of Any Suggestion please feel free to contact us.

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