लम्बा मारग दूरि घर मीनिंग कबीर के दोहे

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लम्बा मारग दूरि घर, विकट पंथ बहु मार।
कहौ संतो क्यूँ पाइये, दुर्लभ हरिदीदार॥

Lamba Marag Duri Ghar, Vikat Panth Bahu Maar,
Kaho Santo Kyu Paayiye, Durlabh Hari Didaar. 
 
लम्बा मारग दूरि घर मीनिंग Lamba Marag Duri Ghar Meaning Kabir Ke Dohe Hindi Meaning

कबीर दोहा हिंदी शब्दार्थ Lamba Marag Duri Ghar Word Meaning Hindi

लम्बा मारग-मार्ग दूर।
मारग-मार्ग, पथ.
दूरि घर-घर दूर है।
विकट पंथ-पंथ बहुत
बहु मार-अत्यंत ही कठिनाइयाँ, बहुत तरह के दुःख।
कहौ संतो क्यूँ पाइये-ऐसे में संत जन आप ही बताइये की कैसे हरि को पाया जा सकता है।
दुर्लभ-कठिन।
हरिदीदार-ईश्वर के दर्शन। 

कबीर दोहा हिंदी मीनिंग : भक्ति मार्ग कोई आसान कार्य नहीं है। जीव का उद्देश्य होता है ब्रह्म की प्राप्ति करना, ईश्वर को प्राप्त हो जाना। लेकिन ईश्वर प्राप्ति का यह मार्ग अत्यंत दूर है और अनेकों प्रकार की मुसीबतों से घिरा हुआ है। मार्ग तो दूर है ही और रास्ते में काम, क्रोध, लोभ, मद मोह माया रूपी अनेकों लुटेरे हैं जो घात लगाकर बैठे हैं।
ऐसे में कबीर साहेब साधक को सम्बोधित करते हुए कहते हैं की साधो आप ही बताइये, कैसे ईश्वर का सम्भव हो सकता है। दूर घर से आशय ही की भक्ति मार्ग पर चलना कुछ दिन का कार्य नहीं है, इस पर सतत रूप से आगे बढ़ना होता है। 
 
बहु मार से साहेब का आशय है की संसार में अनेकों प्रकार की ब्याधियां आएँगी जिनसे बचकर साधक को आगे बढ़ना होता है। जहाँ लोग उसका मखौल उड़ाते हैं वहीँ उसका यह कार्य समस्त मायाजनित क्रियाओं के विपरीत होता है। दुर्लभ से साहेब का आशय है की भक्ति ऐसी नहीं है जिसे हर कोई कर ले। इसके लिए भी समग्र चित्त को एकाग्रचित्त करके माया जनित व्यवहार का त्याग करना आवश्यक होता है। 

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Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें

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1 टिप्पणी

  1. कबीर दास का जीवन परिचय लिखना है