आदर्श नाम का अर्थ Aadarsh Naam Ka Hindi Meaning

आदर्श नाम का अर्थ Aadarsh Naam Ka Hindi Meaning (Aadarsh Naam (Name) Ka Hindi Me Arth Kya Hota Hai)

आदर्श (Ideal, Standard) नाम का हिंदी में अर्थ होता है श्रेष्ठतम अवस्था, प्रतिमान, पराकाष्ठागत रूप, नमूना तथा अनुकरणीय आदि। आदर्श का एक अर्थ उत्कृष्टता भी होता है। 

आदर्श नाम का अर्थ Aadarsh Naam Ka Hindi Meaning

आदर्श का उपयोग किसी अवस्था या वस्तु के उसके उच्चतम गुणवत्ता के रूप में लिया जाता है। जैसे आदर्श स्थिति में हमें अमुक कार्य करना चाहिए। अनुकरणीय स्थिति को भी आदर्श कहा जाता है जैसे महात्मा गांधी मेरे आदर्श हैं, यहाँ पर महात्मा गांधी के चारित्रिक गुणों को एक मानक मान कर उन्हें आदर्श कहा गया है। आदर्श शब्द से ही आदर्शवाद शब्द बनता है जिसका अर्थ अनुकरणीय चरित्र की स्थापना और नैतिकता होता है।
आदर्श के पर्यायवाची शब्द -दर्पण, शीशा, आईना, प्रतिमान, प्रतिरूप, मानक, नमूना, सिद्धांत आदि।
 
आदर्श नाम का मतलब होता है उच्चतम और अनुकरणीय। आदर्श नाम  लड़कों (पु Masculine/Boy Name) का होता है, मतलब की यह नाम लड़कों का रखा जाता है।
 
आदर्श के नाम की राशि Mesh/मेष Aries (zodiac sign ) होती है। राशि चक्र में मेष राशि प्रथम राशि होती है। मेष राशि का चिन्ह मेंढा/ पुरुष भेड़ होता है। मेष राशि का सम्बद्ध पूर्व दिशा से होता है और मेष राशि का स्वामी गृह 'मंगल' होता है। मेष राशि का तत्व 'अग्नि' होता है। 
  • मेष जातकों का शुभ अंक : 9
  • मेष जातकों का शुभ रंग : सफ़ेद
  • मेष जातकों का शुभ दिन : मंगलवार
  • मेष जातकों का शुभ रत्न : मूँगा
आदर्श नाम की राशि मिथुन और सिंह होती है। आदर्श मेष राशि से सबंधित नाम है। मेष राशि के लोग कार्य को फुर्ती/तेजी से करते हैं। मेष राशि से सबंध रखने के कारण आदर्श नाम के व्यक्ति आशावादी और आत्मकेंद्रित होते हैं। आदर्श के नाम के व्यक्ति निडर और झुझारू स्वभाव के होते हैं और शीघ्र हार नहीं मानते हैं। आदर्श नाम के व्यक्ति चूँकि मेष राशि से सबंधित होते हैं इसलिए ये बहुमुखी प्रतिभा के धनी, जिंदादिल होते हैं। मेष राशि के लोग जहाँ उपरोक्त गुणों को धारण करते हैं वहीँ पर आदर्श नाम के व्यक्ति मेष राशि के प्रभाव के कारण ज़िद्दी, अनुशासन को कम मानने वाले और दूसरों से अधिक अपेक्षा रखने वाले होते हैं। 

आदर्श नाम के व्यक्ति गुसैल और कुछ चिड़चिड़े होते हैं। आदर्श नाम के व्यक्ति की राशि मेष होने के कारण इनको मंगल इनके स्वामी होते हैं इसलिए (जिनका जन्म 30 मार्च से 8 अप्रैल के मध्य हो ) भगवान शिव की पूजा आराधना सर्वोत्तम मानी जाती हैं। भगवान शिव आसानी से अपने भक्तों पर दया करते हैं, और इनकी पूजा अर्चना भी क्लिष्ट नहीं होती है। वैसे जन्म के लग्न के मुताबिक़ यह तय होता है की आपको किस देव की पूजा करनी चाहिए। लेकिन वृहद स्तर पर ॐ नम: शिवाय’ मन्त्र मेष राशि के व्यक्तियों के लिए कल्याणकारी होता है। 20 मार्च से 18 अप्रैल के मध्य जन्म लेने वाले मेष राशि से सबंधित व्यक्तियों के लिए ॐ गं गणाधिपतये नत:’ मन्त्र शुभ रहता है। इस प्रकार मेष राशि के व्यक्तियों को अपने मूलाक्षर, जन्मतिथि के अनुसार श्री गणेश, श्री शिव एवं श्री विष्णु जी की पूजा करके अभीष्ट को प्राप्त करना हितकर होता है।

साधारण रूप से मेष राशि के व्यक्ति का स्वास्थ्य ठीक रहता है। जैसा की ऊपर बताया गया है मेष राशि की व्यक्ति अधिक ऊर्जावान और किसी भी कार्य को करने की शक्ति रखते हैं और अन्य से अधिक सक्रीय रूप से कार्य करते हैं ऐसे में उनका शरीर अधिक कार्य करने के कारण निढाल बन सकता है। शरीर के रोगों से लड़ने के शक्ति बेहतर होती है। उल्लेखनीय है की मेष राशि के व्यक्तियों को सरदर्द और पाचन की बीमारिया प्रायः अधिक होती हैं, इसलिए उन्हें अपने पाचन को बेहतर करने के लिए स्वास्थ्यवर्धक जीवन शैली का पालन करना चाहिए। अपने शरीर को विश्राम देना भी मेष राशि के लिए अधिक महत्त्व रखता है।

आदर्श के नाम का शुभ अंक 07 होता है। आदर्श के नाम का शुभ रंग लाल सफ़ेद और पीला होता है, जिनमे सफ़ेद अधिक महत्त्व रखता है। 

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