धन घणी भाग, गुरूजी घर आए, धन घणी भाग, गुरूजी घर आए, मैं तो हरष कुमाय दिया, धन घणी भाग, गुरूजी घर आए।
सतगुरु देव म्हारे, आंगणे आया जी, मैं तो हरष कुमाय दिया, धन घणी भाग, गुरूजी घर आए।
सतगुरु देव ने तो, पाठ बिठाया जी, ये तो भले उपकार किया,
धन घणी भाग, गुरूजी घर आए।
सतगुरु आया, म्हारे आनंद छाया जी, मैं तो ज्ञान रा शबद लिया, धन घणी भाग, गुरूजी घर आए।
सतगुरु म्हारा, अंतरजामी जी, मैं तो बधावा गाय दिया, धन घणी भाग, गुरूजी घर आए।
गुरु देव ने पाठ बिठाया जी, मन्ने भव से तो पार किया, मैं तो हरष कुमाय दिया, धन घणी भाग, गुरूजी घर आए।
मीनिंग
धन घणी भाग- अत्यंत ही भाग्य/नसीब की बात है।
Kabir Bhajan Lyrics in Hindi
गुरूजी घर आए-मेरे गुरु आज मेरे घर पर आए हैं। मैं तो हरष कुमाय दिया- मैंने तो आनंद (हर्ष) को कमा लिया है। पाठ बिठाया जी- मैंने उन्हें चौकी पर बिठाया है। ये तो भले उपकार किया- सतगुरु ने उपकार किया है। मैं तो ज्ञान रा शबद लिया- ज्ञान रूपी शब्द को मैंने सतगुरु से प्राप्त कर लिया है। सतगुरु म्हारा, अंतरजामी जी - मेरे गुरु तो अन्तर्यामी हैं। मैं तो बधावा गाय दिया- मैंने बधावा (मंगल गीत) गायें हैं। मन्ने भव से तो पार किया-सतगुरु ने मुझे भव (आवागमन) से मुक्त किया है।
स्वर मोहनलाल राठौड़ धन घड़ी धन भाग म्हारा धन घड़ी ने धन भाग गुरु घर आविया रे मो 9981228847
Dhan Ghanee Bhaag, Guroojee Ghar Aae,
Dhan Ghanee Bhaag, Guroojee Ghar Aae, Main To Harash Kumaay Diya, Dhan Ghanee Bhaag, Guroojee Ghar Aae.
Sataguru Dev Mhaare, Aangane Aaya Jee, Main To Harash Kumaay Diya, Dhan Ghanee Bhaag, Guroojee Ghar Aae.
Sataguru Dev Ne To, Paath Bithaaya Jee, Ye To Bhale Upakaar Kiya, Dhan Ghanee Bhaag, Guroojee Ghar Aae.
Sataguru Aaya, Mhaare Aanand Chhaaya Jee, Main To Gyaan Ra Shabad Liya, Dhan Ghanee Bhaag, Guroojee Ghar Aae.
Sataguru Mhaara, Antarajaamee Jee, Main To Badhaava Gaay Diya, Dhan Ghanee Bhaag, Guroojee Ghar Aae.
Guru Dev Ne Paath Bithaaya Jee, Manne Bhav Se To Paar Kiya, Main To Harash Kumaay Diya, Dhan Ghanee Bhaag, Guroojee Ghar Aae.
गुरु जी घर आया है ॥ Guru Ji Ghar Aaya Hai॥ Rajasthani Nirguni Bhajan
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