सज धज के गुरु जी घर आये सतगुरु भजन

सज धज के गुरु जी घर आये लिरिक्स Saj Dhaj Ke Guruji Ghar Aaye Satgurudev Bhajan

 
सज धज के गुरु जी घर आये लिरिक्स Saj Dhaj Ke Guruji Ghar Aaye Lyrics Satgurudev Bhajan Lyrics Hindi

सज धज के गुरु जी घर आये,
लोकों वे मैं आज झल्ली हो गई,
मैनु कुञ्ज भी समझ आएं,
लोकों वे मैं आज झल्ली हो गई,

कदी वी नहीं सोचियाँ सी,
गुरु घर आण गे,
मेहरा दा ख़जाना,
मेरी झोली विच पाण गे,
ओहना ने चरण कमल घर पाएं,
लोकों वे मैं आज झल्ली हो गई,
सज धज के गुरु जी घर आये,
लोकों वे मैं आज झल्ली हो गई।

सतसंगत विच सारी संगत बुलाई है,
गुरु जी दे भगता ने आज रौनक लगाई है,
आज शिव जी ने संख बजाए,
लोकों वे मैं आज झल्ली हो गई,
सज धज के गुरु जी घर आये,
लोकों वे मैं आज झल्ली हो गई।

बड़ी रिझा नाळ दरबार सजाया है,
गुरु जी नूं हलवे दा भोग लगाया है,
मुख मंडल गुरु दा मुस्काएं,
लोकों वे मैं आज झल्ली हो गई,
सज धज के गुरु जी घर आये,
लोकों वे मैं आज झल्ली हो गई।

फुल्लां दी महक नाळ घर मेरा भरिया,
मैं भी तरी जो भी इत्थे आया ओ भी तरिया,
सोन्दे जागदे गुरु नज़र आए,
लोकों वे मैं आज झल्ली हो गई,
सज धज के गुरु जी घर आये,
लोकों वे मैं आज झल्ली हो गई। 
 

सज धज के गुरु जी घर आये मीनिंग Saj Dhaj Ke Guruji Ghar Aaye Bhajan Meaning (Punjabi Bhajan)

सज धज के गुरु जी घर आये-सज धज (बन संवर कर ) गुरूजी आज घर आये हैं।
लोकों वे मैं आज झल्ली हो गई-लोगों (लोको) मैं आज पाग़ल (झल्ली) हो गई हूँ।
मैनु कुञ्ज भी समझ आएं-मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है।
कदी वी नहीं सोचियाँ सी- कभी भी सोचा नहीं था (सी).
गुरु घर आण गे- गुरूजी घर आएंगे (गे )
मेहरा दा ख़जाना- आशीर्वाद का खजाना।
मेरी झोली विच पाण गे- मेरी झोली में डालेंगे (गे ).
घर पाएं-  घर में रखे।
बड़ी रिझा नाळ दरबार सजाया है-बहुत ही मन से (रिझा नाळ ) के दरबार को सजाया है।
गुरु जी नूं हलवे दा भोग लगाया है- गुरु को हलवे का भोग लगाया है।
फुल्लां दी महक नाळ घर मेरा भरिया -फूलों की खुशबु से मेरा घर भरा है।
मैं भी तरी जो भी इत्थे आया ओ भी तरिया-मुझे और जो भी आया उसे तार दिया है (भव से मुक्त )।
सोन्दे जागदे गुरु नज़र आए-सोते और जागते गुरु जी नज़र आते हैं।  


Saj-Dhaj ke Guru ji Ghar aaye New Guru ji Bhajan, Blessings Always Guruji

Saj Dhaj Ke Guru Jee Ghar Aaye,
Lokon Ve Main Aaj Jhallee Ho Gaee,
Mainu Kunj Bhee Samajh Aaen,
Lokon Ve Main Aaj Jhallee Ho Gaee,

Kadee Vee Nahin Sochiyaan See,
Guru Ghar Aan Ge,
Mehara Da Khajaana,
Meree Jholee Vich Paan Ge,
Ohana Ne Charan Kamal Ghar Paen,
Lokon Ve Main Aaj Jhallee Ho Gaee,
Saj Dhaj Ke Guru Jee Ghar Aaye,
Lokon Ve Main Aaj Jhallee Ho Gaee.

Satasangat Vich Saaree Sangat Bulaee Hai,
Guru Jee De Bhagata Ne Aaj Raunak Lagaee Hai,
Aaj Shiv Jee Ne Sankh Bajae,
Lokon Ve Main Aaj Jhallee Ho Gaee,
Saj Dhaj Ke Guru Jee Ghar Aaye,
Lokon Ve Main Aaj Jhallee Ho Gaee.

Badee Rijha Naal Darabaar Sajaaya Hai,
Guru Jee Noon Halave Da Bhog Lagaaya Hai,
Mukh Mandal Guru Da Muskaen,
Lokon Ve Main Aaj Jhallee Ho Gaee,
Saj Dhaj Ke Guru Jee Ghar Aaye,
Lokon Ve Main Aaj Jhallee Ho Gaee.

Phullaan Dee Mahak Naal Ghar Mera Bhariya,
Main Bhee Taree Jo Bhee Itthe Aaya O Bhee Tariya,
Sonde Jaagade Guru Nazar Aae,
Lokon Ve Main Aaj Jhallee Ho Gaee,
Saj Dhaj Ke Guru Jee Ghar Aaye,
Lokon Ve Main Aaj Jhallee Ho Gaee.

Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

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