फागुन महीना अब तो नेड़े आ गया लिरिक्स Fagun Mahina Ab To Nede Aa Gaya Lyrics
फागुन महीना अब तो नेड़े आ गया लिरिक्स Fagun Mahina Ab To Nede Aa Gaya Lyrics
फागुन महीना अब तो,नेड़े आ गया,
भगतों पे रंग देखो,
ऐसा छा गया,
रंग छा गया, छा गया,
फागुन महीना अब तो,
नेड़े आ गया,
भगतों पे रंग देखो,
ऐसा छा गया।
सुन कर चर्चा श्याम की,
मैं तो दीवानी हो गई,
ऐसी चढ़ी मस्ती मुझे,
मैं तो पाग़ल हो गई,
लेके निशान मैं भी चलने लगी,
और जय श्री श्याम,
मुझ से जपने लगी,
लो चढ़ गया, चढ़ गया,
चढ़ गया है ख़ुमार,
फागुन महीना अब तो,
नेड़े आ गया,
भगतों पे रंग देखो,
ऐसा छा गया।
देख नज़ारा खाटू का,
मैं भी चक्कर खा गई,
ऐसा लगा जैसे कोई,
स्वर्ग की सीढ़ी पा गई,
बैकुंठ सा लगे,
तोरण का ये द्वार,
मिट जाएं यहाँ सभी,
जी के जंजाल,
मुझे मिल गया, मिल गया,
मिल गया ऐसा यार,
फागुन महीना अब तो,
नेड़े आ गया,
भगतों पे रंग देखो,
ऐसा छा गया।
चढ़ कर नीले घोड़े पर,
आता है जब साँवरा,
नाच उठे मन मोरिया,
हो जाता मन बावरा,
चढ कर नीले घोड़े पर,
आता है जब साँवरा,
नाच उठे मन मोरिया,
हो जाता मन बाँवरा,
चल सत्य तू भी,
खाटू की नगर,
कृपा की रखे ये,
ये सब पर नजर,
लो आ गया, आ गया,
आ गया खाटू धाम,
फागुन महीना अब तो,
नेड़े आ गया,
भगतों पे रंग देखो,
ऐसा छा गया।
फागुन महीना अब तो नेड़े आ गया- खाटू श्याम जी का पवित्र महीना जिसमे बाबा श्याम का लक्खी मेला भरता है, वह नजदीक (नेड़े) आ गया है।
बैकुंठ सा लगे - श्री खाटू श्याम जी पहुँचने के लिए रींगस से खाटू नगरी का द्वार जो तोरन द्वार है वह स्वर्ग सा लगता है।
नाच उठे मन मोरिया- श्री श्याम को देख कर मन मयूर (मोरिया) नाच उठता है।
बैकुंठ सा लगे - श्री खाटू श्याम जी पहुँचने के लिए रींगस से खाटू नगरी का द्वार जो तोरन द्वार है वह स्वर्ग सा लगता है।
नाच उठे मन मोरिया- श्री श्याम को देख कर मन मयूर (मोरिया) नाच उठता है।
फागुन महीना अब तो नेडे आ गया || Falgun Mela Ab To Nide Aa gaya ~ BHARTI KUMAWAT