हरी नै रूणीचो बसायो लिरिक्स Hari Ne Runicho Basaayo Lyrics

हरी नै रूणीचो बसायो लिरिक्स Hari Ne Runicho Basaayo Lyrics Ratti Nath Ji Bhajan Lyrics Hindi.

हरी नै रूणीचो बसायो,
प्रभु नै रुणीचो बसायो,
द्वारिका से आय।

पगा उभाणा गया,
तिरथां अन्न रत्ती नहीं खायो,
जाय द्वारका म डेरा दीन्या,
प्रभु जी के आगे बे तो,
रुदन मचायो रे
द्वारिका से आय,
हरी नै रूणीचो बसायो,
प्रभु नै रुणीचो बसायो,
द्वारिका से आय।

हाथ जोड़ अजमलजी बोल्या,
के मै पाप कमायो,
एक पुत्र जन्मे नहीं मेरे,
बैठ चरणा माहि बाँके,
नीर बहायो रै,
रुदन मचायो रै,
द्वारिका से आय,
हरी नै रूणीचो बसायो,
प्रभु नै रुणीचो बसायो,
द्वारिका से आय।

इतनी कह बड्या समुन्द्र में,
सिंघासन थर रायो,
जद मालिक ने दया उपजी,
भाग्यो ही दोड्यो साँवरो,
पलका मे आयो रै,
रुदन मचायो रै,
द्वारिका से आय,
हरी नै रूणीचो बसायो,
प्रभु नै रुणीचो बसायो,
द्वारिका से आय।

रतनागर म नीर घणों है,
ठाकुर जी समझावे
तेरे माथे ऊपर के,
जल फिरज्यागो
हटज्या भगत रामा,
हटजा हटायो रै,
रुदन मचायो रै,
द्वारिका से आय,
हरी नै रूणीचो बसायो,
प्रभु नै रुणीचो बसायो,
द्वारिका से आय।

अजमल जी केणो नहीं माने,
आगो आगो ध्यायो,
जद मालिक न दया उपजी
चतुर्भुज रूप साँवरो,
पल मे दिखायो रै,
रुदन मचायो रै,
द्वारिका से आय,
हरी नै रूणीचो बसायो,
प्रभु नै रुणीचो बसायो,
द्वारिका से आय।

भगत जाण के कारज सारया,
वचना को बांध्याो आयो,
अजमल जी का,
जनम सुधारया,
इसर दास अरठ,
रामा भजन बनायो रै,
रुदन मचायो रै,
द्वारिका से आय,
हरी नै रूणीचो बसायो,
प्रभु नै रुणीचो बसायो,
द्वारिका से आय।

बोल भक्त और भगवान की जय,
बोल रामसा पीर की जय,
बोल नाथ जी महाराज की जय,
(श्री रत्ती नाथ जी जय हो, जय श्री नाथ जी )

Ajmalji Charitra | Hari ne runicho basayo ratinathji (हरी न रूणीचो बसायो)

हरी नै रूणीचो बसायो लिरिक्स Hari Ne Runicho Basaayo Lyrics
 
 Haree Nai Rooneecho Basaayo,
Prabhu Nai Runeecho Basaayo,
Dvaarika Se Aay.

Paga Ubhaana Gaya,
Tirathaan Ann Rattee Nahin Khaayo,
Jaay Dvaaraka Ma Dera Deenya,
Prabhu Jee Ke Aage Be To,
Rudan Machaayo Re
Dvaarika Se Aay,
Haree Nai Rooneecho Basaayo,
Prabhu Nai Runeecho Basaayo,
Dvaarika Se Aay. 
 

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