खाटू की ग्यारस भजन लिरिक्स Khatu Ki Gyaras Bhajan Lyrics
खाटू की ग्यारस भजन लिरिक्स Khatu Ki Gyaras Bhajan Lyrics
जिसके दर्शन से ही,मन होता बाँवरा,
सुघर साँवली सूरत,
सुन्दर सा साँवरा,
ऐसा जादू नहीं है देखा,
पारस में,
ऐसा जादू नहीं है देखा,
पारस में,
जैसा देखा है खाटू ग्यारस में,
ऐसा जादू नहीं है देखा,
पारस में,
जैसा देखा है खाटू ग्यारस में।
वहां छलकती है हरदम,
भक्ति की गागर,
सदा उमड़ता रहता जहाँ,
करुणा का सागर,
भीगा रहता है मन,
श्याम के रस में,
ऐसा जादू नहीं है देखा,
पारस में,
जैसा देखा है खाटू ग्यारस में,
हीरा मोती माँगे ना,
चांदी ना सोना,
जहाँ प्रेम बसता है,
बस दिल का वो कोना,
वैसे तो रहता है,
सबकी नस नस में,
ऐसा जादू नहीं है देखा,
पारस में,
जैसा देखा है खाटू ग्यारस में।
जिसके दर्शन से ही,
मन होता बाँवरा,
सुघर साँवली सूरत,
सुन्दर सा साँवरा,
ऐसा जादू नहीं है देखा,
पारस में,
ऐसा जादू नहीं है देखा,
पारस में,
जैसा देखा है खाटू ग्यारस में,
ऐसा जादू नहीं है देखा,
पारस में,
जैसा देखा है खाटू ग्यारस में।