श्री खाटू श्याम जी अपने भक्तों के सभी कष्ट दूर करने वाले, हारे के सहारे हैं। श्री कन्हैया जी मित्तल के स्वर में यह श्याम भजन अवश्य ही आपको पसंद आएगा। इस भजन में बाबा की दातारी की वंदना की गई है। बाबा के द्वार पर जाने से, जब बाबा की दृष्टि दुखीजन पर पड़ती हैं तो उसके कष्ट स्वतः ही दूर हो जाते हैं। बाबा की दया दृष्टि की एक बून्द ही हजारों कष्टों को दूर करने के लिए काफी है। जय श्री श्याम।
बाबा श्याम धणी दातार रे, तेरी अलबेली सरकार रे, देखे जिसको भी तू प्यार से, फिर वो देखे कभी भी ना हार रे, तेरी अलबेली सरकार रे, बाबा श्याम धणी दातार रे, तेरी अलबेली सरकार रे।
अपनी दशा को तुम्हे दिखाने, आया द्वार मैं तेरे, तेरी मैहर की नज़र पड़ी तो, कष्ट कटे सब मेरे, लीले घोड़े पे हो असवार रे, एक तेरा मुझे आधार रे, बाबा मुझको तेरी दरकार रे, तेरी अलबेली सरकार रे, बाबा श्याम धणी दातार रे, तेरी अलबेली सरकार रे।
तेरी सुधा की बून्द साँवरे, पड़ जाए मेरी जमीं पे, वन उपवन हर ओर खिलेंगे, ग़म होगा ना कही पे, तेरे होते कैसे हो हार रे, ताना देगा मुझे संसार रे, बोलो कैसे करुं स्वीकार रे, तेरी अलबेली सरकार रे, बाबा श्याम धणी दातार रे, तेरी अलबेली सरकार रे।
खिंच रहे जीवन गाड़ी को, हम तो जैसे तैसे, तेरी दया बिन तुम्ही तो बोलो, आगे बढे ये कैसे, तेरा हाथ भर लगे एक बार रे, मेरी गाड़ी चले सौ पार रे, सुनले सुनले ये करुण पुकार रे, तेरी अलबेली सरकार रे, बाबा श्याम धणी दातार रे, तेरी अलबेली सरकार रे।
हम निर्गुण है दास साँवरे, तुम अतुलित ज्ञानी हो, दर आए खाली ना जाए, सानी तुम दानी हो, दे दे खुशियों की भरमार रे, खाली हो ना कभी भंडार रे, कर निर्मल पे किरपा तू हज़ार रे, तेरी अलबेली सरकार रे, बाबा श्याम धणी दातार रे, तेरी अलबेली सरकार रे।
बाबा श्याम धणी दातार रे, तेरी अलबेली सरकार रे। देखे जिसको भी तू प्यार से, फिर वो देखे कभी, भी ना हार रे, तेरी अलबेली सरकार रे, बाबा श्याम धणी दातार रे, तेरी अलबेली सरकार रे।
दातार भजन - Kanhiya Mittal New Shyam Bhajan Daatar Shyam Bhajan | New Bhajan
Baaba Shyaam Dhani Daataar Re, Teri Alabeli Sarakaar Re, Dekhe Jisako Bhi Tu Pyaar Se, Phir Vo Dekhe Kabhi Bhi Na Haar Re, Teri Alabeli Sarakaar Re, Baaba Shyaam Dhani Daataar Re, Teri Alabeli Sarakaar Re.