मैं चेला भोले का भजन
मैं चेला भोले का शिव भजन कन्हैया मित्तल भजन
मैं चेला भोले का,
सदा मस्ती मैं रहता,
डमरू वाला जी,
डमरू वाला जी,
हरदम संग में रहता,
मैं चेला भोले का,
रहता शिव शिव नाम जुबा पर,
हर घड़ी हर पल मेरे,
हर घड़ी हर पल मेरे,
हर घड़ी हर पल मेरे,
काज सँवारे भोले नाथ जी,
हर घड़ी हर पल मेरे,
हर घड़ी हर पल मेरे,
पी के भंग लगा कर सुट्टा,
सदा मस्ती में कहता,
मैं चेला भोले का,
मैं चेला भोले का,
सदा मस्ती मैं रहता,
सारे जग का पालनहारा,
मेरा गुरु बना है,
मेरा गुरु बना है,
आया जबसे शरण में इनकी,
मेरा जीवन बना है,
मेरा जीवन बना है,
कोई सुख हो, कोई दुःख हो,
भोलेनाथ से कहता,
मैं चेला भोले का,
मैं चेला भोले का,
सदा मस्ती मैं रहता,
अमरनाथ का द्वार निराला,
दुनिया जाने सारी,
दुनिया जाने सारी,
भोले नाथ की लीला भारी,
दुनिया माने सारी,
दुनिया माने सारी,
मित्तल भी अब इनकी शरण में,
सुबह शाम ही कहता,
मैं चेला भोले का,
सदा मस्ती मैं रहता, डमरू वाला जी,
डमरू वाला जी,
हरदम संग में रहता,
मैं चेला भोले का,
Mahashivratri 2020 Special Bhajan - Chela Bhole Ka - Kanhiya Mittal | Bholenath Superhit Bhajan
जय श्री राम जी | जय श्री बालाजी | जय श्री श्याम जी Presenting Audio Video of our New & Latest Bhajan " Chela Bhole Ka " by Kanhiya Mittal . Note: This is Sole Private Youtube Channel of Sh. Kanhiya Mittal. All details are on Thumbnail.
Singer : Kanhaiya Mittal
भोलेनाथ का चेला बनने की मस्ती ऐसी है कि मन हर पल उनके रंग में रंगा रहता है। डमरू की धुन और शिव-शिव का नाम जपते ही सारी चिंताएं हवा हो जाती हैं, जैसे कोई ठंडी हवा गर्मी को उड़ा ले जाए। भोले का साथ हर घड़ी, हर पल मन को आनंद देता है।
उनके नाम की भांग पीकर, भक्त मस्ती में डूब जाता है। चाहे सुख हो या दुख, वो सब भोले के हवाले कर देता है, और हर काम उनके आशीर्वाद से बन जाता है। जैसे कोई नदी अपने स्रोत की ओर बहती है, वैसे ही भक्त का मन भोले की शरण में ठहरता है। सारा जग उनका है, और वो हर भक्त के गुरु बनकर जीवन को सार्थक करते हैं। उनकी शरण में आते ही मन को सुकून मिलता है, जैसे कोई थका पथिक छांव में सांस ले। अमरनाथ का द्वार हो या उनकी भारी लीला, सारी दुनिया उनकी महिमा मानती है।
भक्त सुबह-शाम उनके नाम में डूबकर मस्त रहता है। मित्तल हो या कोई और, जो भी उनकी शरण में आता है, उसका जीवन मंगलमय हो जाता है। जैसे कोई दीया सदा जलता रहे, वैसे ही भोले का नाम हर पल को रोशन करता है।
शंकर जी को भोलेनाथ इसलिए कहा जाता है क्योंकि वे अत्यंत सरल, सीधे और सहज हैं। उनकी यह सरलता ही उन्हें सबसे अलग बनाती है। वे किसी भी भक्त की पूजा से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं, चाहे वह पूजा विधि-विधान से की गई हो या फिर केवल एक लोटा जल और बेलपत्र से। उन्हें प्रसन्न करने के लिए किसी जटिल कर्मकांड या दिखावे की आवश्यकता नहीं होती। वे अपनी दयालुता और उदारता के लिए जाने जाते हैं। जब भी कोई भक्त सच्चे मन से उन्हें याद करता है, वे उसकी पुकार तुरंत सुनते हैं और उसकी मनोकामना पूरी करते हैं। वे अपने भक्तों के हर पाप को क्षमा कर देते हैं और उन्हें मुक्ति का मार्ग दिखाते हैं। इसी सरल और दयालु स्वभाव के कारण उन्हें भोलेनाथ कहा जाता है, जिसका अर्थ है "सीधे-सादे देवता" या "जो बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं"।
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