साँसों की माला पे सिमरूं मैं पी का नाम भजन लिरिक्स

साँसों की माला पे सिमरूं मैं पी का नाम Sanso Ki Mala Pe Meaning, Hina Nasrullah Folk Fest

इस भजन में अपने प्रिय स्वामी के प्रति भक्ति को दर्शाया है। आओ मेरे प्रिय मैं तुमको अपनी नज़रों में बंद कर लूँ। ना तो मैं किसी को देखु और नाहीं किसी को देखने ही दू। हाथ छुड़ाने से क्या होगा क्या तुम मेरे हृदय से स्वंय को दूर कर सकते हो। साँसों को माला बनाकर नित्य ही इनपर मैं आपके नाम का सुमिरण करती हूँ। जीवात्मा का पूर्ण परमात्मा के प्रति अगाध और समर्पित प्रेम।
 
साँसों की माला पे सिमरूं मैं पी का नाम लिरिक्स Sanso Ki Mala Pe Hina Nasrullah

आ पिया इन नैनन में, जो पलक ढांप तोहे लूँ,
ना मैं देखूँ गैर को, ना तोहे देखन दूँ।
हाथ छुड़ाये जात हो, निर्बल जानि के मो,
हृदय से जब जाओ, तब मैं जानू तोहे,
वो चातर है कामनी, वो है सुन्दर नार,
जिस पगली ने कर लिया साजन का मन राम

साँसों की माला पे सिमरूं मैं,
पी का नाम,
अपने मन की मैं जानूँ,
और पी के मन की राम,
साँसों की माला पे,
सिमरूं मैं पी का नाम,
यही मेरी बंदगी है यही मेरी पूजा,
साँसों की माला पे,
सिमरूं मैं पी का नाम।

प्रेम के रंग में ऐसी डूबी,
बन गया एक ही रूप,
प्रेम की माला जपते जपते,
आप बनी मैं श्याम,
साँसों की माला पे,
सिमरूं मैं पी का नाम।

जीवन का श्रृंगार है प्रीतम,
माँग का सिन्दूर,
माँग का सिन्दूर,
जीवन का श्रृंगार है प्रीतम,
माँग का सिन्दूर,
प्रीतम की नज़रों से गिर कर,
जीना है किस काम,
साँसों की माला पे,
सिमरूं मैं पी का नाम। 
 

Sanson Ki Mala | Hina Nasrullah | Dhaka International Folk Fest

Aa Piya In Nainan Mein, Jo Palak Dhaamp Tohe Lun,
Na Main Dekhun Gair Ko, Na Tohe Dekhan Dun.
Haath Chhudaaye Jaat Ho, Nirbal Jaani Ke Mo,
Hrday Se Jab Jao, Tab Main Jaanu Tohe,
Vo Chaatar Hai Kaamani, Vo Hai Sundar Naar,
Jis Pagali Ne Kar Liya Saajan Ka Man Raam

Saanson Ki Maala Pe Simarun Main,
Pi Ka Naam,
Apane Man Ki Main Jaanun,
Aur Pi Ke Man Ki Raam,
Saanson Ki Maala Pe,
Simarun Main Pi Ka Naam,
Yahi Meri Bandagi Hai Yahi Meri Puja,
Saanson Ki Maala Pe,
Simarun Main Pi Ka Naam.

Prem Ke Rang Mein Aisi Dubi,
Ban Gaya Ek Hi Rup,
Prem Ki Maala Japate Japate,
Aap Bani Main Shyaam,
Saanson Ki Maala Pe,
Simarun Main Pi Ka Naam.

Jivan Ka Shrrngaar Hai Pritam,
Maang Ka Sindur,
Maang Ka Sindur,
Jivan Ka Shrrngaar Hai Pritam,
Maang Ka Sindur,
Pritam Ki Nazaron Se Gir Kar,
Jina Hai Kis Kaam,
Saanson Ki Maala Pe,
Simarun Main Pi Ka Naam.

Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

+

एक टिप्पणी भेजें