शिव पारवती के गोदी में खेले गणेश भजन लिरिक्स

शिव पारवती के गोदी में खेले गणेश Shiv Parvati Ke Godi Khele Bhajan

 
शिव पारवती के गोदी में खेले गणेश लिरिक्स Shiv Parvati Ke Godi Khele Lyrics

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ,
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा,
संत मिलन को चालिए,
तज माया अभिमान,
ज्यूँ ज्यूँ पग आगे धरे,
कोटिक यज्ञ समान,

शिव पारवती के गोदी में खेले गणेश,
गोदी में खेले गणेश,
गोदी में खेले गणेश,
शिव पारवती के गोदी में खेले गणेश।

सुध बुध ज्ञान ध्यान के देवा,
नित उठ करू तुम्हारी सेवा,
पूजा करु मैं हमेश,
शिव पारवती के गोदी में खेले गणेश।

मंगल मूर्ति सदा हितकारी,
हम पर कृपा रखियो भारी,
गल में जनेऊ शेष,
शिव पारवती के गोदी में खेले गणेश।

रिद्धि सिद्धि देवण दाता,
शुभ लाभ भाग्य विधाता,
संत कहवै रे हमेश,
शिव पारवती के गोदी में खेले गणेश।

नैया मेरी डगमग डोले,
तेरे नाम पे चालक मोले,
काम पड्यो परदेश,
शिव पारवती के गोदी में खेले गणेश। 


Shiv Parvati Ke Godi Mai Khele Ganesh by Shree Navratan giri ji Maharaj

Vakratund Mahaakaay Suryakoti Samaprabh,
Nirvighnan Kuru Me Dev Sarvakaaryeshu Sarvada,
Sant Milan Ko Chaalie,
Taj Maaya Abhimaan,
Jyun Jyun Pag Aage Dhare,
Kotik Yagy Samaan,

Shiv Paaravati Ke Godi Mein Khele Ganesh,
Godi Mein Khele Ganesh,
Godi Mein Khele Ganesh,
Shiv Paaravati Ke Godi Mein Khele Ganesh.

Sudh Budh Gyaan Dhyaan Ke Deva,
Nit Uth Karu Tumhaari Seva,
Puja Karu Main Hamesh,
Shiv Paaravati Ke Godi Mein Khele Ganesh.

Mangal Murti Sada Hitakaari,
Ham Par Krpa Rakhiyo Bhaari,
Gal Mein Janeu Shesh,
Shiv Paaravati Ke Godi Mein Khele Ganesh.

Riddhi Siddhi Devan Daata,
Shubh Laabh Bhaagy Vidhaata,
Sant Kahavai Re Hamesh,
Shiv Paaravati Ke Godi Mein Khele Ganesh.

Naiya Meri Dagamag Dole,
Tere Naam Pe Chaalak Mole,
Kaam Padyo Paradesh,
Shiv Paaravati Ke Godi Mein Khele Ganesh.

शिव पारवती के गोदी में मीनिंग

संत मिलन को चालिए : संत मिलन को चलिए।
तज माया अभिमान : माया का अभिमान त्याग करके। माया का अहंकार त्याग करके संत / साधू से मिलने को चलिए।
ज्यूँ ज्यूँ पग आगे धरे, कोटिक यज्ञ समान : संत मिलने को जैसे जैसे पाँव को आगे रखते हैं यह करोड़ों यज्ञों के समान हैं क्योंकि संत ही व्यक्ति को गुरु ज्ञान देते हैं।
शिव पारवती के गोदी में खेले गणेश : भगवान श्री गणेश जी बालयवस्था में शिव जी की गोदी में खेलते हैं।
सुध बुध ज्ञान ध्यान के देवा : सुध बुध/सद्बुद्धि और ज्ञान के देव हैं श्री गणेश जी।
नित उठ करू तुम्हारी सेवा : रोज प्रातः उठकर मैं आपकी सेवा करता हूँ।
पूजा करु मैं हमेश : मैं आपकी सुबह उठकर नित्य/हमेश ही पूजा करता हूँ।
मंगल मूर्ति सदा हितकारी, हम पर कृपा रखियो भारी : श्री गणेश जी मंगल मूर्ति हैं और सदा ही हितकर हैं। हम पर आपकी कृपा रखना।
गल में जनेऊ शेष : गले में जनेऊ (पवित्र धागा ) धारण करते हैं।
रिद्धि सिद्धि देवण दाता, शुभ लाभ भाग्य विधाता : श्री गणेश जी रिद्धि सिद्धि को देने वाले और शुभ लाभ के विधाता हैं।
संत कहवै रे हमेश : संत/साधू हमेशा ही ऐसा कहते हैं।
नैया मेरी डगमग डोले, तेरे नाम पे चालक मोले : हे गणेश जी महाराज आपकी कृपा से ही मेरे जीवन की नैया चलती है।
काम पड्यो परदेश,शिव पारवती के गोदी में खेले गणेश : इस जगत को छोड़ कर अब   मेरा काम परदेस में पड़ा है। भगवान् श्री शिव जी की गोदी में गणेश जी खेल रहे हैं।

Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

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