थारी मोह माया ने छोड़ राम ने भज ले Thari Moh Maya Ne Chhod Raam Ne Bhaj

थारी मोह माया ने छोड़ राम ने भज ले मीनिंग Thari Moh Maya Ne Chhod Raam Ne Bhaj

 
थारी मोह माया ने छोड़ राम ने भज ले लिरिक्स मीनिंग Thari Moh Maya Ne Chhod Raam Ne Bhaj Lyrics Meaning

तुलसी नर का क्या बड़ा,
समय बड़ा बलवान,
काबा लूटी गोपियाँ,
वही अर्जुन वही बाण।

थारी मोह माया ने छोड़,
राम ने भज ले,
थारी उमर बिती जाय,
राम ने भज रे।

थारा सिर पर आया बाल धोळा,
धोळा की लज रे,
माथा पे डोले काल,
क्रोध ने तज रे।
थारी मोह माया ने छोड़,
राम ने भज ले,
थारी उमर बिती जाय,
राम ने भज रे।

थारा गोडा दिया जबाब,
कमर गई लुळ रे,
आख्यां सूं दिखे नाय,
कान गया रुझ रे,
थारी मोह माया ने छोड़,
राम ने भज ले,
थारी उमर बिती जाय,
राम ने भज रे।

थारी परणी ने छोड्यो हेत,
नहीं थारी क़दर,
थारा बेटा बोले बोल,
मरे लो कद रे,
थारी मोह माया ने छोड़,
राम ने भज ले,
थारी उमर बिती जाय,
राम ने भज रे।

कह गया दास कबीर,
डण्डोता रो लज रे,
थारो लेखो लेसी राम,
मरे लो जद रे,
थारी मोह माया ने छोड़,
राम ने भज ले,
थारी उमर बिती जाय,
राम ने भज रे। 

थारी मोह माया ने छोड़ राम ने भज ले भजन मीनिंग

तुलसी नर का क्या बड़ा, समय बड़ा बलवान : तुलसी दास, व्यक्ति का क्या बड़ा होता है, समय ही बलवान होता है। समय ही  सबसे बलवान होता है।
काबा लूटी गोपियाँ, वही अर्जुन वही बाण : वैसे अधिकतर स्थानों पर भीला/भील शब्द का उपयोग होता है। यहाँ पर काबा से शाब्दिक अर्थ मुसलमानों से लिया जाता है। मुस्लिम लोग काबा से ही भारत में आए थे। काबाओं के द्वारा ही वृन्दावन से भगवान कृष्ण की उनके पौत्र द्वारा बनाई गई अक्षरधातु की मुर्तिया हटाने का उल्लेख मिलता है। भाव है की समय अधिक बलवान होता है, नर /व्यक्ति का कुछ महत्त्व नहीं होता है।
थारी मोह माया ने छोड़, राम ने भज ले : तुम अपनी मोह और माया को छोडो और राम के भजन को करो।
थारी उमर बिती जाय, राम ने भज रे : तुम्हारी उम्र ऐसे ही बातों में बीती जा रही है। तुम राम का भजन करो। व्यक्ति सोचता है की वह समस्त सांसारिक जिम्मेदारियों से मुक्त होकर ईश्वर का सुमिरन करेगा लेकिन ऐसा समय कभी नहीं आता है। एक रोज वात, कफ और पित्त उसे घेर लेते हैं और वह असहाय सा अपने बीते दिनों पर पश्चाताप करता है। इसलिए अभी भी समय है हरी के नाम का सुमिरन करो जो मुक्ति का मार्ग है।
थारा सिर पर आया बाल धोळा, धोळा की लज रे : तुम्हारे सर पर सफ़ेद बाल आ गए हैं, बुढ़ापा आ गया है। अब तुम सफ़ेद बालो की थोड़ी लाज रखो।
माथा पे डोले काल, क्रोध ने तज रे : तुम्हारे माथे पर काल मंडरा रहा है इसलिए तुम क्रोध और अभिमान को छोडो और भक्ति की तरफ अग्रसर हो जाओ।
थारा गोडा दिया जबाब, कमर गई लुळ रे : एक रोज तुम्हारे गोडे (घुटने) जवाब दे जाएंगे, तुम चलना चाहोगे लेकिन चल नहीं पाओगे, इसलिए जब तक शरीर साथ है राम को भज लो। तुम्हारी कमर आगे की तरफ लुळ /झुक जायेगी।
आख्यां सूं दिखे नाय, कान गया रुझ रे : तुम्हे आखों से दिखना बंद हो जाएगा और तुम्हारे कान बंद / रुझ (रुज /रुझ से आशय है ब्लॉक हो जाना। जैसे पानी का पाइप ब्लॉक हो जाता है ऐसे ही एक रोज कान भी जाम हो है। )
थारी परणी ने छोड्यो हेत, नहीं थारी क़दर : तुम्हारी पत्नी/परनोड़ि तुम्हारी कदर करना छोड़ देगी। कोई भी हो जब तक कमाऊ रहता है तभी तक उसकी कदर है, वरना किसी खबर है किसी की। एक पंजाबी में कहावत है "कोई मरे ते कोई जीवे, सुसरा घोळ पताशा पीवे' यानी की सभी को अपनी ही लगी रहती है।
थारा बेटा बोले बोल, मरे लो कद रे : तुम्हारे बेटे ही तुम्हे कहने लगेंगे की कब तुम मरोगे !, यही सच्चाई है (श्री नाथ जी आदेश, आदेश ) 


Super hit Bhajan थारी मोह माया ने छोड़ राम ने भजले गायक श्री शंकर जी थाँवला (कुमावत)
Tulasi Nar Ka Kya Bada,
Samay Bada Balavaan,
Kaaba Luti Gopiyaan,
Vahi Arjun Vahi Baan.

Thaari Moh Maaya Ne Chhod,
Raam Ne Bhaj Le,
Thaari Umar Biti Jaay,
Raam Ne Bhaj Re.

Thaara Sir Par Aaya Baal Dhola,
Dhola Ki Laj Re,
Maatha Pe Dole Kaal,
Krodh Ne Taj Re.
Thaari Moh Maaya Ne Chhod,
Raam Ne Bhaj Le,
Thaari Umar Biti Jaay,
Raam Ne Bhaj Re.

Thaara Goda Diya Jabaab,
Kamar Gai Lul Re,
Aakhyaan Sun Dikhe Naay,
Kaan Gaya Rujh Re,
Thaari Moh Maaya Ne Chhod,
Raam Ne Bhaj Le,
Thaari Umar Biti Jaay,
Raam Ne Bhaj Re.

Thaari Parani Ne Chhodyo Het,
Nahin Thaari Qadar,
Thaara Beta Bole Bol,
Mare Lo Kad Re,
Thaari Moh Maaya Ne Chhod,
Raam Ne Bhaj Le,
Thaari Umar Biti Jaay,
Raam Ne Bhaj Re.

Kah Gaya Daas Kabir,
Dandota Ro Laj Re,
Thaaro Lekho Lesi Raam,
Mare Lo Jad Re,
Thaari Moh Maaya Ne Chhod,
Raam Ne Bhaj Le,
Thaari Umar Biti Jaay,
Raam Ne Bhaj Re.
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1 टिप्पणी

  1. Bahut hi badhiya