ये तन बालू के सा डेरा मीनिंग Ye Tan Balu Ke Sa Dera
ये तन तेरा नहीं,
मूरख क्यों करता है अभिमान,
माटी है माटी में मिल जाएगा रे,
माटी है माटी में मिल जाएगा रे,
क्या है रे बंदा तेरी शान।
बालू का सा डेरा ये तन,
बालू का सा,
ये तन बालू कैसा डेरा हो जी।
जैसे दामिनी दमक चमक को,
छन नहीं रहत उजेरा जी।
ये तन बालू के सा डेरा।
हाथी घोड़ा नोकर चाकर,
इनमें ना कोई तेरा, हो,
जिनके कारण भरमत डोलै,
करता मेरा मेरा,
ये तन बालू के सा डेरा।
मैड़ी मंडप मुल्क खजाना,
और परिवार घनेरा, हो,
ये सबको सुख सा दिखत है,
राम सम्भाल सवेरा,
ये तन बालू के सा डेरा।
थोड़े से जीवन के कारण,
करता बहुत बखेड़ा हो जी,
कालबली तोहे सूझत नाहीं,
करे अचानक घेरा हो जी,
ये तन बालू के सा डेरा।
कह सुखदेव समझ नर भोंदू,
छोड़ विषय उलझेड़ा, हो,
चरणदास हरिनाम भजन बिन,
कैसे होय निबेड़ा जी
ये तन बालू के सा डेरा।
बालू का सा डेरा ये तन,
बालू का सा,
ये तन बालू कैसा डेरा हो जी।
जैसे दामिनी दमक चमक को,
छन नहीं रहत उजेरा जी।
ये तन बालू के सा डेरा।
हाथी घोड़ा नोकर चाकर,
इनमें ना कोई तेरा, हो,
जिनके कारण भरमत डोलै,
करता मेरा मेरा,
ये तन बालू के सा डेरा।
मैड़ी मंडप मुल्क खजाना,
और परिवार घनेरा, हो,
ये सबको सुख सा दिखत है,
राम सम्भाल सवेरा,
ये तन बालू के सा डेरा।
थोड़े से जीवन के कारण,
करता बहुत बखेड़ा हो जी,
कालबली तोहे सूझत नाहीं,
करे अचानक घेरा हो जी,
ये तन बालू के सा डेरा।
कह सुखदेव समझ नर भोंदू,
छोड़ विषय उलझेड़ा, हो,
चरणदास हरिनाम भजन बिन,
कैसे होय निबेड़ा जी
ये तन बालू के सा डेरा।
ये तन बालू के सा डेरा हिंदी मीनिंग
ये तन तेरा नहीं, मूरख क्यों करता है अभिमान : यह तन बालू रेत के समान है, बालू रेत के ढेर के समान है। इसका कोई अस्तित्व नहीं है, यह स्थायी नहीं है। एक रोज इसे समाप्त हो जाना है।माटी है माटी में मिल जाएगा रे, क्या है रे बंदा तेरी शान : मनुष्य का पिंजर पांच तत्वों से मिलकर बना है जो एक रोज पुनः मिटटी में समा जाएगा। इसलिए इसपर घमंड करना, इसकी शान के बारे में बखान करना उचित नहीं है। मिटटी से निर्मित तन को मिटटी में मिल जाना है, तो फिर अभिमान कैसा।
बालू का सा डेरा ये तन, बालू का सा : यह तन बालू का डेरा है,
जैसे दामिनी दमक चमक को : जैसे आकाश की बिजली क्षणिक होती है, अल्प समय के लिए होती है ऐसे ही मानव जीवन बहुत ही क्षणिक होता है, छोटा होता है, इसलिए इसमें अभिमान कैसा ?
छन नहीं रहत उजेरा जी, आसमानी बिजली का एक क्षण भी उजियाला नहीं रहता है।
हाथी घोड़ा नोकर चाकर, इनमें ना कोई तेरा, हो : जितने भी सांसारिक ऐश आराम, सुख सुविधाएं हैं वह स्थायी नहीं हैं। एक रोज वे तुम्हारा साथ छोड़ देती हैं।
जिनके कारण भरमत डोलै, करता मेरा मेरा : हे जीवात्मा तू इन्ही को आधार बना कर भरम का शिकार होकर डौल रही है, जबकि ये तुम्हारा साथ नहीं निभाने वाली हैं।
ये तन बालू के सा डेरा : यह मानव जीवन बालू का ढेर/डेरा है।
मैड़ी मंडप मुल्क खजाना, और परिवार घनेरा, हो : बड़े/विशाल मैडी (मंदिर) मंडप, देश, खजाना आदि और परिवार, जो विशाल है।
ये सबको सुख सा दिखत है, राम सम्भाल सवेरा : यह सभी सुख का कारण दीखते हैं लेकिन ये दुःख का ही कारण हैं। इसलिए उठो और देखो की इस जीवन का आधार राम हैं।
थोड़े से जीवन के कारण, करता बहुत बखेड़ा हो जी : इस अलप जीवन की खातिर तुम क्यों बखेड़ा खड़ा करते हो ? क्यों इतनी आपा धापी मची है ?
कालबली तोहे सूझत नाहीं, करे अचानक घेरा हो जी : यमराज तुमको दिख नहीं रहा है ? वह बिना किसी पूर्व सूचना के एक रोज तुमको आकर घेर लेगा।
कह सुखदेव समझ नर भोंदू, छोड़ विषय उलझेड़ा : सुखदेव जी कहते हैं की इस माया को समझो, तुम मुर्ख हो, भोंदू मतलब मूर्ख। यह विषय विकार आपस में उलझे हुए हैं इसलिए समझो और इनको छोडो।
चरणदास हरिनाम भजन बिन, कैसे होय निबेड़ा जी : हरिनाम के बिना तुम सोचो की कैसे इसका निपटारा होगा?
चेतावनी भजन | ये तन बालू जैसा डेरा | Prakash Gandhi | New Chetawni Bhajan
Ye Tan Tera Nahin, Murakh Kyon Karata Hai Abhimaan,
Maati Hai Maati Mein Mil Jaega Re, Kya Hai Re Banda Teri Shaan.
Baalu Ka Sa Dera Ye Tan,
Baalu Ka Sa,
Ye Tan Baalu Kaisa Dera Ho Ji.
Jaise Daamini Damak Chamak Ko,
Chhan Nahin Rahat Ujera Ji.
Ye Tan Baalu Ke Sa Dera.
Haathi Ghoda Nokar Chaakar,
Inamen Na Koi Tera, Ho,
Jinake Kaaran Bharamat Dolai,
Karata Mera Mera,
Ye Tan Baalu Ke Sa Dera.
Maidi Mandap Mulk Khajaana,
Aur Parivaar Ghanera, Ho,
Ye Sabako Sukh Sa Dikhat Hai,
Raam Sambhaal Savera,
Ye Tan Baalu Ke Sa Dera.
Thode Se Jivan Ke Kaaran,
Karata Bahut Bakheda Ho Ji,
Kaalabali Tohe Sujhat Naahin,
Kare Achaanak Ghera Ho Ji,
Ye Tan Baalu Ke Sa Dera.
Kah Sukhadev Samajh Nar Bhondu,
Chhod Vishay Ulajheda, Ho,
Charanadaas Harinaam Bhajan Bin,
Kaise Hoy Nibeda Ji
Ye Tan Baalu Ke Sa Dera.
Maati Hai Maati Mein Mil Jaega Re, Kya Hai Re Banda Teri Shaan.
Baalu Ka Sa Dera Ye Tan,
Baalu Ka Sa,
Ye Tan Baalu Kaisa Dera Ho Ji.
Jaise Daamini Damak Chamak Ko,
Chhan Nahin Rahat Ujera Ji.
Ye Tan Baalu Ke Sa Dera.
Haathi Ghoda Nokar Chaakar,
Inamen Na Koi Tera, Ho,
Jinake Kaaran Bharamat Dolai,
Karata Mera Mera,
Ye Tan Baalu Ke Sa Dera.
Maidi Mandap Mulk Khajaana,
Aur Parivaar Ghanera, Ho,
Ye Sabako Sukh Sa Dikhat Hai,
Raam Sambhaal Savera,
Ye Tan Baalu Ke Sa Dera.
Thode Se Jivan Ke Kaaran,
Karata Bahut Bakheda Ho Ji,
Kaalabali Tohe Sujhat Naahin,
Kare Achaanak Ghera Ho Ji,
Ye Tan Baalu Ke Sa Dera.
Kah Sukhadev Samajh Nar Bhondu,
Chhod Vishay Ulajheda, Ho,
Charanadaas Harinaam Bhajan Bin,
Kaise Hoy Nibeda Ji
Ye Tan Baalu Ke Sa Dera.
⇨Song : Ye Tan Balu Jaisa Dera
⇨Album :Ye Tan Balu Jaisa Dera
⇨Singer : Prakash Gandhi
⇨Music : Gandhi Brother's
⇨Lyrics :Sukhdev
⇨Album :Ye Tan Balu Jaisa Dera
⇨Singer : Prakash Gandhi
⇨Music : Gandhi Brother's
⇨Lyrics :Sukhdev
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