टाबरिया से रूस्यां कैयां साँवरा, तेरे भरोसे हाँकी या गाड़ी, रुक ग्या कैयां साँवरा, रुक गया कैयां साँवरा, रूस्यां कैयां साँवरा, थे रूस्यां कैयां साँवरा, तेरे भरोसे हाँकी या गाड़ी, रुक ग्या कैयां साँवरा, रुक गया कैयां साँवरा।
एक तो गम ना दम लेवण दे, ऊपर से तू भी ऐंठयों, मैं तो जोऊँ बाट तेरी बस, आवेगो सोचूँ बैठ्यों, बेगा बेगा आजा इब तो, बेगा बेगा आजा इब तो साँवरा, तेरे भरोसे हाँकी या गाड़ी, रुक ग्या कैयां साँवरा,
रुक गया कैयां साँवरा। टाबरिया से रूस्यां कैयां साँवरा, तेरे भरोसे हाँकी या गाड़ी, रुक ग्या कैयां साँवरा, रुक गया कैयां साँवरा।
दुनियाँ को दस्तूर यो कैसो, देवे जद होवे खुड़को, बिन खुड़को तू बाँटे ख़ज़ानों, बैठ्यो ही बस तू बैठ्यो, झोली मेरी तू कद भरसी, झोली मेरी तू कद भरसी साँवरा, तेरे भरोसे हाँकि या गाड़ी, रुक ग्या कैयां साँवरा, रुक गया कैयां साँवरा। टाबरिया से रूस्यां कैयां साँवरा, तेरे भरोसे हाँकी या गाड़ी, रुक ग्या कैयां साँवरा, रुक गया कैयां साँवरा।
टाबर स्यूं नाराज़ी के या,
Khatu Shyam Ji Bhajan Lyrics in Hindi,Sanjay Mittal Bhajan Lyrics in Hindi
मायत ने शोभा दे सी, सोच विचार जरा साँवरिया, कुटुंब कबीलो के कह सी, मत ना उड़ावे हाँसी जग में, मत ना उड़ावे हाँसी जग में सांवरा, तेरे भरोसे हाँकि या गाड़ी, रुक ग्या कैयां साँवरा, रुक गया कैयां साँवरा। टाबरिया से रूस्यां कैयां साँवरा, तेरे भरोसे हाँकी या गाड़ी, रुक ग्या कैयां साँवरा, रुक गया कैयां साँवरा।
अटक्योड़ी नैयाँ ने किनारे, कईया करसी तू जाणे, निर्मल गावे गुण तेरा बस, और यो कुछ भी ना जाणे, कद करुणा की नज़र तू करसी, कद करुणा की नज़र तू करसी सांवरा, तेरे भरोसे हाँकि या गाड़ी, रुक ग्या कैयां साँवरा,
रुक गया कैयां साँवरा। टाबरिया से रूस्यां कैयां साँवरा, तेरे भरोसे हाँकी या गाड़ी, रुक ग्या कैयां साँवरा, रुक गया कैयां साँवरा।
टाबरिया से रूस्यां कैयां साँवरा, तेरे भरोसे हाँकी या गाड़ी, रुक ग्या कैयां साँवरा, रुक गया कैयां साँवरा। रूस्या कईया सांवरा, थे रूस्या कईया सांवरा, तेरे भरोसे हाँकि या गाड़ी, रुक ग्या कैयां साँवरा, रुक गया कैयां साँवरा।
Tabariya Se Rusya Kaiya Sanvara
टाबरिया से रूस्यां कैयां साँवरा : बच्चों से (टाबरिया) से आप (खाटू श्याम जी) आप कैसे नाराज़ (रूस्या) हो गए हो।
तेरे भरोसे हाँकी या गाड़ी, रुक ग्या कैयां साँवरा : आपके भरोसे ही मैंने यह गाडी हाँकि है। आप ही कैसे ठहर गए। एक तो गम ना दम लेवण दे, ऊपर से तू भी ऐंठयों : एक तो मुझे चैन नहीं है और ऊपर से आप भी ऐंठ गए हैं। मैं तो जोऊँ बाट तेरी बस, आवेगो सोचूँ बैठ्यों : मैं तो बैठ कर आपकी राह देख रहा हूँ, और सोचता हूँ की आप आएंगे। बेगा बेगा आजा इब तो : अब तो आप जल्दी जल्दी आ जाओ। दुनियाँ को दस्तूर यो कैसो, देवे जद होवे खुड़को : दुनिया का यह दस्तूर है की जब भी किसी को कुछ मिलता है तो आवाज होती है, सभी को पता लगता है। बिन खुड़को तू बाँटे ख़ज़ानों, बैठ्यो ही बस तू बैठ्यो : आप तो माल और ख़जाना बिना ख़ुडके/ आवाज किए बिना ही बाँटते हैं। आप जब भक्तों पर कृपा करते हैं तो किसी को खबर नहीं होती है। झोली मेरी तू कद भरसी, झोली मेरी तू कद भरसी साँवरा : मेरी झोली आप कब भरोगे, बताओ मेरे श्याम। टाबर स्यूं नाराज़ी के या, मायत ने शोभा दे सी : मायत (अभिभावक) को अपने बच्चों से नाराजगी शोभा नहीं देती है। सोच विचार जरा साँवरिया, कुटुंब कबीलो के कह सी : आप थोड़ा सोच विचार करों की दुनिया और कुटुंब कबीला क्या कहेगा। परिवार के लोग क्या कहेंगे। मत ना उड़ावे हाँसी जग में : आप मेरी जग में हँसी मत उड़ावो।
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें।