परमेश्वर से गुरु बड़े, तुम देखो वेद पुराण, शेख फरीदा यूँ कहें, गुरु घर है भगवान, कूपां रो नीर किण विध सूखे, गुरू सा बिना कुण म्हाने प्रेम जळ पावे, कूपां रो नीर किण विध सूखे, सीर सायरया सूं आवे, गुरू सा बिना कुण म्हाने प्रेम जळ पावे।
करमां री जहाजां दो प्रकारा, शुभ अशुभ कहावे, अशुभ करम ने मार हटावे, अरे, राम नाम चित्त लावे, गुरू सा बिना कुण तो प्रेम जळ पावें, (कूपां रो नीर किण विध सूखे, गुरू सा बिना कुण प्रेम जळ पावै, कूपां रो नीर किण विध सूखे, सीर सायरया सूं आवै, गुरू सा बिना कुण प्रेम जळ पावै जी। )
सतगुरु म्हारां चंदन समाना, धिन गुरु म्हारा, चंदन समाना, फूल वासना लावे, दाता म्हारां चंदन स्वरूपी, फूल वासना देवे, लिपटयोड़ा भुजंग मगन होइ जावे, कदे छोड़ नहीं जावै, गुरू सा बिना कुण म्हाने प्रेम जल पावै, (कूपां रो नीर किण विध सूखे, गुरू सा बिना कुण म्हाने प्रेम जळ पावै, कूपां रो नीर किण विध सूखे, सीर सायरया सूं आवै, गुरू सा बिना कुण प्रेम जळ पावै जी। )
म्हारां गुरूसा भँवर सरूपी, कीट पकड़ घर लावे, दे घरणाटो शब्द सुणावै, होय भँवर उड़ जावे, गुरू सा बिना कुण म्हाने प्रेम जल पावै, (कूपां रो नीर किण विध सूखे, गुरू सा बिना कुण म्हाने प्रेम जळ पावै, कूपां रो नीर किण विध सूखे, सीर सायरया सूं आवै, गुरू सा बिना कुण प्रेम जळ पावै जी। )
सतगुरु म्हारां भँवर स्वरूपी, दाता म्हारा, भँवर स्वरूपी, कीट पकड़ ने लावे, दे घर नाटो शब्द सुनावै, होइ भँवर उड़ जावे, गुरू सा बिना कुण म्हाने प्रेम जल पावै, (कूपां रो नीर किण विध सूखे, गुरू सा बिना कुण म्हाने प्रेम जळ पावै, कूपां रो नीर किण विध सूखे, सीर सायरया सूं आवै, गुरू सा बिना कुण प्रेम जळ पावै जी। )
दूध माहीं घृत मेहंदी में लाली, ज्ञान गुरूसा सूं आवे, कहत कबीर सुणो भाई साधों, भाग पुरबला पावे, वे तो, भाग पुरबला पावे, गुरू सा बिना कुण म्हाने प्रेम जल पावै, (कूपां रो नीर किण विध सूखे, गुरू सा बिना कुण म्हाने प्रेम जळ पावै, कूपां रो नीर किण विध सूखे, सीर सायरया सूं आवै, गुरू सा बिना कुण प्रेम जळ पावै जी। )
गुरूसा बिना कौन प्रेम जल पावे, कूपो रा नीर किणी विध सूखे, सीर सायर सू आवे, गुरू सा बिना कुण म्हाने प्रेम जल पावै, (कूपां रो नीर किण विध सूखे, गुरू सा बिना कुण म्हाने प्रेम जळ पावै, कूपां रो नीर किण विध सूखे, सीर सायरया सूं आवै, गुरू सा बिना कुण प्रेम जळ पावै जी। )
Prakash Mali Guru Vandana | Gura Sa Bina Kun Pramjal Pave | गुरु वंदना | New Rajasthani Bhajan 2021
Parameshvar Se Guru Bade, Tum Dekho Ved Puraan, Shekh Pharida Yun Kahen, Guru Ghar Hai Bhagavaan, Kupaan Ro Nir Kin Vidh Sukhe, Guru Sa Bina Kun Mhaane Prem Jal Paave, Kupaan Ro Nir Kin Vidh Sukhe, Sir Saayaraya Sun Aave, Guru Sa Bina Kun Mhaane Prem Jal Paave.
Karamaan Ri Jahaajaan Do Prakaara, Shubh Ashubh Kahaave, Ashubh Karam Ne Maar Hataave, Are, Raam Naam Chitt Laave, Guru Sa Bina Kun To Prem Jal Paaven, (Kupaan Ro Nir Kin Vidh Sukhe, Guru Sa Bina Kun Prem Jal Paavai, Kupaan Ro Nir Kin Vidh Sukhe, Sir Saayaraya Sun Aavai, Guru Sa Bina Kun Prem Jal Paavai Ji. )
Sataguru Mhaaraan Chandan Samaana, Dhin Guru Mhaara, Chandan Samaana, Phul Vaasana Laave, Daata Mhaaraan Chandan Svarupi, Phul Vaasana Deve, Lipatayoda Bhujang Magan Hoi Jaave, Kade Chhod Nahin Jaavai, Guru Sa Bina Kun Mhaane Prem Jal Paavai, (Kupaan Ro Nir Kin Vidh Sukhe, Guru Sa Bina Kun Mhaane Prem Jal Paavai, Kupaan Ro Nir Kin Vidh Sukhe, Sir Saayaraya Sun Aavai, Guru Sa Bina Kun Prem Jal Paavai Ji. )