सरवर तरवर सन्त जन, चौथा बरसे मेह, परमारथ के कारणे चारों धारी देह, सतगुरु म्हारा बाणिया, सतगुरु म्हारा बाणिया, बिणज करे व्यौपार, बिन डांडी बिन ताकड़ी, गुरु तौल दिया संसार।
गुरुसा बिना कुण म्हाने प्रेम जळ पावे, कूपाँ रा नीर, किण विध सूखे, सीर सायर सूं आवे, गुरुसा बिना कुण म्हाने प्रेम जळ पावे,
करमा री जहाजां दो प्रकारा, शुभ अशुभ कहावै, अशुभ करम ने मार हटावे, राम नाम चित्त लावे रे, गुरुसा बिना कुण म्हाने प्रेम जळ पावे।
सतगुरु म्हारां चंदण स्वरूपी, फूल वासना देवे, लिपटयोड़ा भुजंग मगन हो जावे, कदे छोड़ नई जावे, गुरुसा बिना कुण म्हाने प्रेम जळ पावे।
Rajasthani Devotional Bhajan Lyrics in Hindi
सतगुरु म्हारा भंवर स्वरूपी, कीट पकड़ घर लावे, दे घरणाटो शब्द सुणावै, कर भँवरां रे उड़ावे, गुरुसा बिना कुण म्हाने प्रेम जळ पावे।
दूध माहीं घृत मेहंदी में लाली, ज्ञान गुरूसा सूं आवे, कहत कबीर सुणो भाई साधों, भाग पुरबला पावे रे,
गुरुसा बिना कुण म्हाने प्रेम जळ पावे।
गुरुसा बिना कुण म्हाने प्रेम जळ पावे, कूपाँ रा नीर, किण विध सूखे, सीर सायर सूं आवे, गुरुसा बिना कुण म्हाने प्रेम जळ पावे,
गुरूसा बिना कुन प्रेम जल पावे | GURU PURNIMA SPECIAL गुरु वंदना | Mashroom Manchala | PRG Music
Saravar Taravar Sant Jan, Chautha Barase Meh, Paramaarath Ke Kaarane Chaaron Dhaari Deh, Sataguru Mhaara Baaniya, Sataguru Mhaara Baaniya, Binaj Kare Vyaupaar, Bin Daandi Bin Taakadi, Guru Taul Diya Sansaar.
Gurusa Bina Kun Mhaane Prem Jal Paave, Kupaan Ra Nir, Kin Vidh Sukhe, Sir Saayar Sun Aave, Gurusa Bina Kun Mhaane Prem Jal Paave,