गुरुवर हम भी शरणागत हैं भजन

गुरुवर हम भी शरणागत हैं सतगुरु भजन

 
गुरुवर हम भी शरणागत हैं सतगुरु भजन

गुरुवर हम भी शरणागत हैं,
स्वीकार करो तो जाने,
गुरुवर हम भी शरणागत हैं,
स्वीकार करो तो जानें,
अब हमें पतित से पावन,
सरकार करो तो जाने,
अब हमे पतित से पावन,
सरकार करो तो जानें।

प्रेमी जन तुमको ध्याते,
तुम भक्ति भाव वश आते,
प्रेमी जन तुमको ध्याते,
तुम भक्ति भाव वश आते,
हम कुटिल हृदय से कलुषित,
उपकार करो तो जाने,
गुरुवर हम भी शरणागत हैं,
स्वीकार करो तो जाने।

ज्ञानी तुम में तन्मय हैं,
ध्यानी भी तुम में लय है
ज्ञानी तुम में तन्मय हैं,
ध्यानी भी तुम में लय है,
हम अज्ञानी चंचल चित्त,
निस्तार करो तो जाने
गुरुवर हम भी शरणागत हैं,
स्वीकार करो तो जाने।

क्या मुख्य से विनय सुनाएं,
 हम कैसे तुम्हें मनाएं,
क्या मुख्य से विनय सुनाए,
हम कैसे तुम्हे मनाए,
अगणित अपराध किये हैं, ,
उद्धार करो तो जाने
गुरुवर हम भी शरणागत हैं,
स्वीकार करो तो जाने।

जीवन नैया जर्जर है,
पल पल विनाश का भय है,
ऐसे ही अधम पतित को,
भव पार करो तो जाने
गुरुवर हम भी शरणागत हैं,
स्वीकार करो तो जाने। 


Guru bhajan, Guruvar Hum bhi Sharanagat Hai : Satguru Dev Bhajan
 
Guruvar Ham Bhi Sharanaagat Hain,
Svikaar Karo To Jaane,
Guruvar Ham Bhi Sharanaagat Hain,
Svikaar Karo To Jaanen,
Ab Hamen Patit Se Paavan,
Sarakaar Karo To Jaane,
Ab Hame Patit Se Paavan,
Sarakaar Karo To Jaanen. 
 
एक विनम्र प्रार्थना है, जिसमें आत्मा पूरी तरह से गुरु के सामने शरणागत होकर अपनी कमियों, पापों और अज्ञानता के लिए माफी मांगती है। दिल का कलुष और चंचल मन भूख-प्यास की तरह है, जिसे केवल गुरु की कृपा और दया से मिटाया जा सकता है। यह भाव दर्शाता है कि जीवन की जर्जर नैया में पल-पल विनाश का भय होता है, इसलिए उस सन्त और गुरु की शरण में जाना आवश्यक है जो हमें पतित से पावन बना सके।
चाहे हम कितने भी कुटिल और दोषी हों, गुरु की दया से ही हम मुक्त हो सकते हैं। भक्ति और प्रेम से भी गुरु पर विश्वास जताया गया है कि वे अपने भक्तों को सही मार्ग दिखाएँगे, उनके जीवन के संकटों का अंत करेंगे और उनको आध्यात्मिक उन्नति की ओर ले जाएंगे। इस शबद में पूर्ण समर्पण और विश्वास की गুঢ़ अनुभूति है, जो हर मनुष्य को अपनी कमजोरी स्वीकार कर ईश्वर के चरणों में जाने की प्रेरणा देता है।

जहां गुरु की शरण में आकर मनुष्य को न केवल सुरक्षा मिलती है, बल्कि उसे आध्यात्मिक आनंद और मुक्ति की प्राप्ति भी होती है। यही भाव गहराई से इस भजन का सार है, जो आत्मा को निरंतर गुरु के नाम का पाठ करने और उनके सान्निध्य में रहने के लिए प्रेरित करता है।

► Album - Prabhu Hum Bhi Sharnagat Hai
► Song - Prabhu Hum Bhi Sharnagat Hai
► Singer - Devendra Pathak
► Music - Kailash kumar Shrivastav
► Lyrics - Traditional
➤ Label - Vianet Media

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