ना मालूम किसने भरमाया भजन

ना मालूम किसने भरमाया भजन

ना मालूम किसने बहकाया,
ना मालूम किसने भरमाया,
पवनसुत अब तक नहीं आया,
(ना मालूम किसने बहकाया,
पवनसुत अब तक नहीं आया)
देख दशा जब लखन लाल की,
बोल उठे रघुवीर,
उठो बोलो भैया,मुख से बोलो,
कहाँ लागो तेरे तीर,
नीर नयनों में भर आया,
पवनसुत अब तक नहीं आया,
ना मालूम किसने बहकाया,
पवनसुत अब तक नहीं आया।

हमको तो वनवास मिला था,
माता के मतिमंद,
तुम तो भैया, प्रेम की ख़ातिर,
आये हमारे संग,
पिता ने बहुत समझाया,
पवनसुत अब तक नहीं आया,
ना मालूम किसने बहकाया,
पवनसुत अब तक नहीं आया,
हनुमत को किसने बहकाया,
पायक अब तक नहीं आया।

तुम तो सोये, सुख की निंद्रा,
प्रेम का दीपक जला,
मेघनाथ रावण का लड़ला,
उससे लड्यो नहीं जाय,
सामने नीच दल आया,
पवनसुत अब तक नहीं आया,
ना मालूम किसने भरमाया,
पवनसुत अब तक नहीं आया।

अवधपुरी में जाकर अपना,
कैसे मुख दिखलाऊँ,
लोग कहेंगे त्रिया खातिर,
भाई को मार गँवाया,
पवनसुत अब तक नहीं आया,
ना मालूम किसने भरमाया,
पवनसुत अब तक नहीं आया। 
 

न मालूम किसने भरमाया पवनसुत अब तक नहीं आया !! Bhagwat Suthar!! Shivam Studio Gudli !! Mandar Live

Na Maalum Kisane Bahakaaya,
Na Maalum Kisane Bharamaaya,
Pavanasut Ab Tak Nahin Aaya,
(Na Maalum Kisane Bahakaaya,
Pavanasut Ab Tak Nahin Aaya)
Dekh Dasha Jab Lakhan Laal Ki,
Bol Uthe Raghuvir,
Utho Bolo Bhaiya,mukh Se Bolo,
Kahaan Laago Tere Tir,
Nir Nayanon Mein Bhar Aaya,
Pavanasut Ab Tak Nahin Aaya,
Na Maalum Kisane Bahakaaya,
Pavanasut Ab Tak Nahin Aaya. 
 
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