आज्या, आवजे, हिंदी मीनिंग अर्थ मतलब Aajya Hindi Meaning Rajasthani Dictionary
किसी को अपनी तरफ आने के लिए कहना, किसी को बुलाना, किसी को अपनी तरफ बुलाना को राजस्थानी में आज्या, आज्यो, आइज्यै, आजे, आई, आवजे, आवज्यो आदि कहा जाता है।
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आज्या, आवजे, के उदाहरण Aajya Rajasthani Word Examples in Hindi
आज्या, आवजे, राजस्थानी भाषा का शब्द है जिसके निम्न उदाहरण हैं, आइये इस शब्द को उदाहरण के माध्यम से समझते हैं। महाराज गजानंद आवजो जी
म्हारी सभा में रंग बरसाओ,
महाराज विनायक आओ,
म्हारी सभा में रंग बरसाओ।।
ए सा पान सुपारी ढोढ़ सो जी थे तो द्यो विनायक जी घर नूतो।
बेगा बेगा म्हारे आवज्यो जी।
म्हे तो द्या विनायक जी घर नूतो सूरजजी घर नूतो।
चंदरमाजी घर नूतो। बेगा बेगा म्हारे आवज्यो जी।
आइज्यो विनायक म्हारे रिद्ध-सिद्ध करबा आइजो।
सूरजजी चंदरमाजी म्हारे जग में ऊगण आइजो म्हारे आंगणे।
आप घोड़लड़े राणा हो पालकड़े जी छोटा-मोटा बैठ सिंगासण।
थांका भाई भतीजा बैठ सिंगासण आइज्यो म्हारे आंगणे।
ए सा पान सुपारी ढोढ़ सो जी थे तो द्यो विनायक जी घर नूतो।
बेगा बेगा म्हारे आवज्यो जी।
आवो भेरू जी, आवो भेरू जी,
लाली लवारण थाने लुटिया,
साकळा खाबा ने वेगो आव रे,
आवो भेरू जी, आवो भेरू जी,
थारा सेवक बुलावे वेगा आवज्यो।
धूकाँ धूप रे धूँवाडे़ बेगा आवज्यो,
जोवे - जोवे जातरी बाट रे, दुखिया रा दाता,
धूकाँ धूप रे धूँवाडे़ बेगा आवज्यो,
अन्दाता नंगारे डाको लागे रावळे,
कब तक बाट जोहती रहूँ साहिबजी अब तो आ गयो होली रो त्यौहार
रंगा रो त्यौहार होली पिवजी फीको पडतो जाय म्हारो सिणगार
तरसे है नैण देखण थान कदे तो बरसाओ साहिब जी फागण में सतरंगी प्यार
अबके तो आवज्यो होली न निरखण गोरी रो सिणगार
म्हारी सभा में रंग बरसाओ,
महाराज विनायक आओ,
म्हारी सभा में रंग बरसाओ।।
ए सा पान सुपारी ढोढ़ सो जी थे तो द्यो विनायक जी घर नूतो।
बेगा बेगा म्हारे आवज्यो जी।
म्हे तो द्या विनायक जी घर नूतो सूरजजी घर नूतो।
चंदरमाजी घर नूतो। बेगा बेगा म्हारे आवज्यो जी।
आइज्यो विनायक म्हारे रिद्ध-सिद्ध करबा आइजो।
सूरजजी चंदरमाजी म्हारे जग में ऊगण आइजो म्हारे आंगणे।
आप घोड़लड़े राणा हो पालकड़े जी छोटा-मोटा बैठ सिंगासण।
थांका भाई भतीजा बैठ सिंगासण आइज्यो म्हारे आंगणे।
ए सा पान सुपारी ढोढ़ सो जी थे तो द्यो विनायक जी घर नूतो।
बेगा बेगा म्हारे आवज्यो जी।
आवो भेरू जी, आवो भेरू जी,
लाली लवारण थाने लुटिया,
साकळा खाबा ने वेगो आव रे,
आवो भेरू जी, आवो भेरू जी,
थारा सेवक बुलावे वेगा आवज्यो।
धूकाँ धूप रे धूँवाडे़ बेगा आवज्यो,
जोवे - जोवे जातरी बाट रे, दुखिया रा दाता,
धूकाँ धूप रे धूँवाडे़ बेगा आवज्यो,
अन्दाता नंगारे डाको लागे रावळे,
कब तक बाट जोहती रहूँ साहिबजी अब तो आ गयो होली रो त्यौहार
रंगा रो त्यौहार होली पिवजी फीको पडतो जाय म्हारो सिणगार
तरसे है नैण देखण थान कदे तो बरसाओ साहिब जी फागण में सतरंगी प्यार
अबके तो आवज्यो होली न निरखण गोरी रो सिणगार
बंसीवारा आज्यो म्हारे देस। सांवरी सुरत वारी बेस॥
आऊं आऊं कर गया जी कर गया कौल अनेक।
गिणता-गिणता घस ग म्हारी आंगलिया री रेख॥
मैं बैरागिण आदिकी जी थांरे म्हारे कदको सनेस।
बिन पाणी बिन साबुण जी होय ग धोय सफेद॥
जोगण होय जंगल सब हेरूं छोड़ा ना कुछ सैस।
तेरी सुरत के कारणे जी म्हे धर लिया भगवां भेस॥
मोर मुकुट पीताम्बर सोहै घूंघरवाला केस।
मीरा के प्रभु गिरधर मिलियां दूनो बढ़ै सनेस॥
आऊं आऊं कर गया जी कर गया कौल अनेक।
गिणता-गिणता घस ग म्हारी आंगलिया री रेख॥
मैं बैरागिण आदिकी जी थांरे म्हारे कदको सनेस।
बिन पाणी बिन साबुण जी होय ग धोय सफेद॥
जोगण होय जंगल सब हेरूं छोड़ा ना कुछ सैस।
तेरी सुरत के कारणे जी म्हे धर लिया भगवां भेस॥
मोर मुकुट पीताम्बर सोहै घूंघरवाला केस।
मीरा के प्रभु गिरधर मिलियां दूनो बढ़ै सनेस॥
म्हाँरे घर आज्यो प्रीतम प्यारा तुम बिन सब जग खारा।
तन मन धन सब भेंट करूँ जो भजन करूँ मैं थाँरा।
तुम गुणवंत बड़े गुण सागर मैं हूँ जी औगणहारा॥
मैं त्रिगुणि गुण एक नाहीं तुझमें जी गुण सारा।
मीरा कहे प्रभु कबहि मिलोगे बिन दरसण दुखियारा॥
तन मन धन सब भेंट करूँ जो भजन करूँ मैं थाँरा।
तुम गुणवंत बड़े गुण सागर मैं हूँ जी औगणहारा॥
मैं त्रिगुणि गुण एक नाहीं तुझमें जी गुण सारा।
मीरा कहे प्रभु कबहि मिलोगे बिन दरसण दुखियारा॥
आज्या, आवजे, राजस्थानी भाषा शब्द के समानार्थी शब्द / Synonyms of Aajya (Aajya Ke Samanarthi Shabd in Rajasthani Language/Bhasha)
आज्या, आवजे, का अर्थ हिंदी में किसी को अपनी तरफ आने के लिए कहना, किसी को बुलाना, किसी को अपनी तरफ बुलाना होता है जिसके हिंदी में पर्यायवाची (अंग्रेज़ी Synonyms) निम्न होते हैं -
आज्या, आज्यो, आइज्यै, आजे, आई, आवजे, आवज्यो
आज्या, आवजे, किस भाषा (देशज भाषा) का शब्द है Which Deshaj Bhasha word " Aajya " Belongs
आज्या, आवजे, शब्द राजस्थानी भाषा से सबंधित शब्द है। आंचलिक स्तर पर इसे कई मिलते जुलते शब्दों से जाना जाता है।
आज्या, आवजे, किसे कहते हैं ? Aajya Kise Kahate Hain ?
किसी को अपनी तरफ आने के लिए कहना, किसी को बुलाना को राजस्थानी भाषा में आज्या, आवजे, कहते हैं।
आज्या, आवजे, क्या होता है ? Aajya Kya Hota Hai ?
किसी को अपनी तरफ आने के लिए कहना, किसी को बुलाना को राजस्थानी भाषा में आज्या, आवजे, कहते हैं।