आनो तो मात थाने पड़सी कद आवोला या बोलो भजन
(मुखड़ा)
आणो तो मात थाने पड़सी,
कद आवोला या बोलो,
दर्शन तो मात देणो पड़सी,
कद देवोला या बोलो।।
(अंतरा 1)
थारी याद में, विश्वास में,
दादी बैठ्या हाँ म्हे तो,
थारी आस में।
पलका तो मात इब थे खोलो,
कद आवोला या बोलो,
कद आवोला या बोलो।।
(अंतरा 2)
दिनड़ो बीते, रातां बीती,
थारी याद में इक पल बीती,
म्हारो तो और कुण है, बोलो?
कद आवोला या बोलो,
कद आवोला या बोलो।।
(अंतरा 3)
थे हो म्हारा, म्हे हाँ थारा,
थासु रिश्ता पुराणो है म्हारा,
ई रिश्ते ने मात मत ना भूलो,
कद आवोला या बोलो,
कद आवोला या बोलो।।
(अंतरा 4)
मैं अनजाण हां, माँ नादान हां,
कईया रीझोगा, यो भी नहीं जाणां हां,
‘प्रवीण’ तो मात टाबर भोलो,
कद आवोला या बोलो,
कद आवोला या बोलो।।
(मुखड़ा पुनरावृत्ति)
आणो तो मात थाने पड़सी,
कद आवोला या बोलो,
दर्शन तो मात देणो पड़सी,
कद देवोला या बोलो।।
आवणो पड़ेला माता जी आवणो पड़ेला || aakruti mishra || Aavno Padela Mata ji || Navratei Special Bhajan
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